मोती की खेती एक कम निवेश में अधिक मुनाफा देने वाला व्यवसाय है, जिससे किसान 10 लाख तक की कमाई कर सकते हैं। आइये जानते है कैसे-
आज के समय में किसान पारंपरिक खेती के साथ-साथ नई और आधुनिक खेती की ओर भी ध्यान दे रहे हैं। इन्हीं में से एक है मोती की खेती जिसे पर्ल फार्मिंग भी कहा जाता है। मोती आभूषण उद्योग में बहुत मांग में रहते हैं और इनकी कीमत हमेशा ऊंची रहती है। इसलिए किसान भाई इसके माध्यम से अच्छी कमाई कर सकते हैं। मोती की खेती मुख्य रूप से तालाब या कृत्रिम टैंक में की जाती है। आइए मोती की खेती से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी जानते हैं।
मोती की खेती के लिए जरूरी बातें
मोती की खेती के लिए साफ और गंदगी रहित पानी की आवश्यकता होती है। तालाब की गहराई 6 से 8 फीट और पानी की गुणवत्ता ऐसी होनी चाहिए जिसमें ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में हो। पानी का पीएच मान 7 से 8 के बीच होना आदर्श रहता है।
सीप का चयन
मोती सीप यानी शंख के अंदर बनते हैं। इसलिए सही और स्वस्थ सीप का चयन बहुत जरूरी है। सीप नदी, तालाब या झील से प्राप्त किए जाते हैं। आमतौर पर 2 से 3 साल पुराने सीप मोती उत्पादन के लिए उपयुक्त होते हैं।
प्रशिक्षण और तकनीक
मोती की खेती करने के लिए किसान को प्रशिक्षण लेना चाहिए। इसमें सीप के अंदर नाभिक यानी छोटा गोलाकार पदार्थ डाला जाता है। यही नाभिक बाद में मोती का रूप लेता है। नाभिक डालने की यह प्रक्रिया बहुत सावधानी से करनी पड़ती है, तभी मोती की गुणवत्ता अच्छी मिलती है।

तालाब की तैयारी
तालाब में सीप रखने से पहले पानी की जांच करनी जरूरी है। तालाब में खरपतवार और हानिकारक जीव नहीं होने चाहिए। सीप को जाल या टोकरी में रखकर तालाब में लटकाया जाता है ताकि उन्हें सही वातावरण मिले।
समय और देखभाल
मोती बनने में सामान्यतः 12 से 18 महीने का समय लगता है। इस दौरान तालाब की नियमित सफाई करनी चाहिए और पानी की गुणवत्ता जांचते रहनी चाहिए। सीप को समय-समय पर निकालकर उनकी जांच करनी होती है।

मोती की कटाई
लगभग डेढ़ साल बाद सीप के अंदर मोती तैयार हो जाते हैं। सीप को सावधानी से खोलकर मोती निकालते हैं। निकाले गए मोती को साफ करके सुखाया जाता है और फिर बाजार में बेचा जाता है।
मोती की खेती में निवेश और कमाई
मोती की खेती शुरू करने के लिए किसान को लगभग 50 हजार से 1 लाख रुपये तक का निवेश करना पड़ सकता है। इसमें तालाब की तैयारी, सीप खरीदना और प्रशिक्षण शामिल होता है। एक सीप से सामान्यतः एक मोती निकलता है और बाजार में एक मोती की कीमत 200 से 500 रुपये तक होती है। यदि कोई किसान 10 हजार सीप से खेती करता है तो उसे 15 लाख रुपये तक की आमदनी हो सकती है। खर्च निकालने के बाद किसान को 8 से 10 लाख रुपये का शुद्ध लाभ मिल सकता है।
निष्कर्ष
मोती की खेती उन किसानों के लिए एक बेहतर विकल्प है जो नई तकनीक अपनाकर अधिक कमाई करना चाहते हैं। इसके लिए मेहनत और धैर्य की जरूरत होती है क्योंकि मोती बनने में समय लगता है। लेकिन एक बार सही तरीके से शुरू करने पर यह खेती किसानों की आय को कई गुना बढ़ा सकती है।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद












