कई राज्यों के किसानों को इस बार फिर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से अधिक गेहूं की कीमत मिलने जा रही है और उत्पादन भी अधिक होगा-
गेहूं के उत्पादन में बढ़ोतरी
गेहूं के किसानों को फायदा हो, गेहूं का उचित मूल्य किसानों को मिले, इसके लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है और न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी कि MSP पर गेहूं की खरीदी की जाती है। लेकिन इस समय गेहूं की कीमत बहुत अधिक है, समर्थन मूल्य से भी ज्यादा गेहूं बाजार में बिक रहा है। गेहूं के साथ-साथ आटा भी महंगा हो गया है। वही यह भी जानकारी मिल रही है कि इस बार गेहूं का रकबा करीब 9 लाख हेक्टेयर से बड़ा है।
मतलब कि पिछले साल के मुकाबले इस साल गेहूं की खेती अधिक की है। जिससे यह अनुमान है कि उत्पादन भी अधिक मिलेगा। अभी तक किसानों को गेहूं की खेती के लिए अनुकूल तापमान मिल रहा है। लेकिन हां अब गर्मी तेज हो रही है, जिससे उत्पादन घटने के भी आसार है।
लेकिन जिस हिसाब से गेहूं का रकबा बढ़ा है तो किसानों को अधिक पैदावार मिलेगी। सरकार बढ़िया कीमत दे रही है तो ज्यादा से ज्यादा किसान गेहूं की खेती भी कर रहे हैं। लेकिन इस समय गेहूं के किसानों को फायदा ही हो रहा है। मगर पुराना स्टॉक खत्म हो चुका है और अगर बाजार में MSP से अधिक कीमत नहीं मिलती है तो भी किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। MSP पर बिक्री कर सकते हैं। साथ ही साथ कई राज्य सरकारी ऐसी है जो कि केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य से ज्यादा गेहूं की कीमत दे रही है, तो चलिए उनके बारे में जानते हैं।

इन राज्यों में MSP से अधिक गेहूं की कीमत
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जाने किन राज्यों में न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक गेहूं की कीमत मिलेगी-
- सबसे पहले मध्य प्रदेश राज्य सरकार की बात कर लेते हैं तो मध्य प्रदेश के गेहूं के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक गेहूं की कीमत मिलेगी। हाल ही में 11 फरवरी को डॉ मोहन यादव द्वारा किसानों को बड़ी खुशखबरी दी गई है। जिसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य ₹2600 तक बढ़ा दिया गया। जी हां आपको बता दे कि केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य 150 रु बढ़ाकर 2425 कर दिया था। वहीं अब मध्य प्रदेश राज्य सरकार ने ₹2600 प्रति क्विंटल गेहूं के भाव कर दिए हैं, और अगले साल 2700 रुपए प्रति क्विंटल गेहूं की कीमत हो सकती है।
- इसके अलावा आपको बता दे कि हिमाचल प्रदेश के किसानों को ₹4000 प्रति क्विंटल गेहूं की कीमत मिलेगी। लेकिन यह वह गेहूं के किसान होंगे जिन्होंने प्राकृतिक खेती की होगी। जी हां जिन किसानों ने जैविक खाद से प्राकृतिक खेती गेहूं की की है तो उन्हें अपने अनाज की कीमत ₹4000 प्रति क्विंटल मिलेगी। दरअसल राज्य सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना चाहती है।
- राजस्थान के किसानों को भी गेहूं की कीमत MSP से अधिक मिलेगी। क्योंकि डेढ़ सौ रुपए प्रति क्विंटल बोनस मंजूर हुआ है। 70 लाख से अधिक किसानों को गेहूं की बिक्री पर बोनस मिलेगा। 19 फरवरी 2025 को जब राजस्थान राज्य सरकार ने बजट पेश किया तो वहीं पर किसानों को बोनस देने का ऐलान भी कर दिया था।
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