पौष्टिकता के मामले में कड़वे करेले का भी बाप है ये चीज, सेवन से मिलेगी 200 घोड़ों के जितनी फुर्ती पहाड़ी इलाकों में भी खेती से बन जाएंगे धन्ना सेट, जाने नाम।
पौष्टिकता के मामले में करेले का भी बाप है ये चीज
ये सब्जी सेहत के लिए करेले से भी दस गुना ज्यादा पौष्टिक साबित होती है क्योकि इस सब्जी में बहुत ज्यादा मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते है इस सब्जी के सेवन से दुनिया भर की बीमारियां सेहत से दूरी बनाए रखती है। इसलिए ओस सब्जी का सेवन जितना हो सके जरूर करना चाहिए। इस सब्जी का स्वाद बहुत लाजवाब होता है इसलिए इसकी डिमांड अब मार्केट में बहुत होने लगी है इस सब्जी की खेती में सबसे अच्छी बात ये है की इसकी खेती पहाड़ी इलाकों में भी की जा सकती है। हम बात कर रहे है रामकरेला सब्जी की रामकरेला सब्जी की खेती बहुत लाभकारी होती है तो चलिए जानते है इसकी खेती कैसे की जाती है।
रामकरेला सब्जी की खेती
रामकरेला सब्जी की खेती बहुत फायदेमंद मानी जाती है अगर आप इसकी खेती करना चाहते है तो आपको खेती के बारे में पहले जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। रामकरेला की खेती के लिए बलुई दोमट या दोमट मिट्टी सबसे ज्यादा उपयुक्त होती है इसकी बुवाई के लिए बीजों की जरूरत होती है इसके बीज आपको बाजार में बीज भंडार की दुकान में मिल जाएंगे रामकरेला की बुआई के लिए एक हेक्टेयर में करीब 5-8 किलोग्राम बीज की ज़रूरत होती है। इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बुवाई के बाद इसके पौधों में सब्जी करीब 2 महीने में लगाना शुरू हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
रामकरेला की खेती से आप बहुत तगड़ी ताबड़तोड़ कमाई कर सकते है। क्योकि इसकी डिमांड धीरे-धीरे सभी जगह बढ़ती जा रही है इसकी खासियत ये है की कम मेहनत के बावजूद भी इसका ज्यादा उत्पादन हो जाता है और ये खाने में मीठा होता है इसलिए लोग इसका सेवन करना काफी ज्यादा पसंद करते है। एक हेक्टेयर में इसकी खेती करने से करीब 3 से 4 लाख रूपए की कमाई कर सकते है रामकरेले की सब्जी बाजार में करीब 50 से 70 रूपए प्रति किलो के हिसाब से बिकती है। इसके एक पौधे से 1000 से 1200 ग्राम फल प्राप्त हो जाते है। रामकरेला की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है।