मानसून के सीजन में गुड़हल के पौधे में फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए और पौधे को कीटों से मुक्त रखने के लिए ये खाद जरूर देना चाहिए जिससे पौधे को अनगिनत लाभ प्राप्त होते है।
गुड़हल के पौधे में लगेंगे बड़े-बड़े फूल
मानसून आते ही बगीचे में चारों तरफ हरियाली दिखाई देने लगती है इन दिनों गुड़हल के पौधे को ज्यादा खास देखभाल की जरूरत नहीं होती है बस पौधे की थोड़ी छटाई कर देना चाहिए जिससे पौधे में नई शाखाएं आने लगती है बारिश के दिनों में गुड़हल के पौधे को नाइट्रोजन की इतनी ज्यादा जरूरत नहीं होती है क्योकि बरसात के पानी से ही पौधे की पत्तियां हरी हो जाती है। इन दिनों पौधे को महीने में सिर्फ एक बार ये खाद जरूर देना चाहिए जिससे पौधे में बहुत अच्छा रिजल्ट देखने को मिलता है। ये खाद पौधे को बरसात में कीटों और फंगल संक्रमण से भी दूर रखती है।

गुड़हल के पौधे में डालें ये 2 खास चीज
हम आपको गुड़हल के पौधे में डालने के लिए NPK 10-26-26 और सीवीड खाद के बारे में बता रहे है। ये उर्वरक पौधे के लिए बहुत ज्यादा फायदे की साबित होती है। NPK 10-26-26 गुड़हल के पौधे की जड़ों के विकास को बढ़ावा, फूलों की गुणवत्ता में सुधार करती है और विभिन्न प्रकार के तनावों से लड़ने में मदद करती है इसमें फास्फोरस और पोटेशियम की उच्च मात्रा मौजूद होती है जो फूलों के आकर को बढ़ाने के साथ फूलों के रंग को भी चमकदार करते है। सीवीड एक प्राकृतिक उर्वरक है जो गुड़हल के पौधे को सूक्ष्म पोषक तत्व प्रदान करता है सीवीड में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले ऑक्सिन, जिबरेलिन और साइटोकिनिन जैसे हार्मोन और एंजाइम पौधे की वृद्धि और विकास को बढ़ावा देते है।
ऐसे करें इस्तेमाल
गुड़हल के पौधे में NPK 10-26-26 और सीवीड खाद का इस्तेमाल बहुत प्रभावशाली और लाभदायक साबित होता है इनका उपयोग करने के लिए एक चम्मच NPK 10-26-26 और एक चम्मच सीवीड खाद को गुड़हल के पौधे की मिट्टी में डालना है ध्यान रहे इसका उपयोग एक से दो महीने में सिर्फ एकबार ही करना है। ऐसा करने से पौधे को आवश्यकता अनुसार पोषण प्राप्त होता है जिससे पौधे में फूल भी बहुत खिलते है और कालिया भी खूब बनती है।