इन किसानों पर सरकार ने गिराया दुखो का पहाड़, MSP पर नहीं बेंच पाएंगे फसल, हुई रेड एंट्री दर्ज, जानिये किसानों की गलती।
इन किसानों पर सरकार ने गिराया दुखो का पहाड़
केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से किसानों के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है। जिससे उनकी आर्थिक मदद की जा सके। लेकिन सरकार ने किसानों और पर्यावरण के हित को देखते हुए कुछ आदेश जारी किये थे है। लेकिन किसानों ने राज्य सरकार के इस आदेश को नहीं माना जिसके बाद उन्हें कड़ी सजा मिली है। जिससे उनपर मानिये की दुःख का पहाड़ गिरा है।
दरअसल राज्य के कृषि और कल्याण विभाग के दिए निर्देश को करीब 38 किसानों ने नहीं माना। जिसके बाद उन्हें यह सजा मिली की अगले 2 खरीद सत्र में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल नहीं बेंच पाएंगे और ‘मेरी फसल, मेरा ब्योरा’ रिकॉर्ड में भी उनकी रेड एंट्री दर्ज की जा चुकी है। चलिए बताते है आखिर किसानों ने क्या किया है।
किसानों की गलती क्या है ?
फसल की कटाई के बाद बची पराली कई किसान आज भी जला देते है। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे किसान और पर्यावरण दोनों को नुकसान है। इसी लिए हरियाणा के कृषि और कल्याण विभाग ने राज्य में पराली जलाने पर रोक लगा दिया है। लेकिन फिर भी प्रदेश के करीब 38 किसान पराली जलाते पाए गए है। जिससे आप उन्हें सजा मिली है। बता दे कि पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ FIR दर्ज भी कराई गई है। लेकिन किसानो के तरफ से भी कोई बोल रहा है। चलिए जानते है कौन-से नेता उनके साथ है।
सरकार को इन्होने बताया गलत
पराली ना जलाने के लिए सरकार ने किसानों को कड़े निर्देश दिए थे। लेकिन जब कई किसानों ने बात नहीं मानी तो उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है। मगर उनके साथ कोई खड़ा है जो उनके पक्ष में बोल रहा है। दरअसल राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठायें है। उन्होंने कहाँ कि इस कार्रवाई को वापस लिया जाए। साथ ही पराली को लेकर किसानों को लाभ देने की बात कही। जी हाँ उनका कहना है कि सरकार को पराली की MSP घोषित करनी चाहिए। ना कि इस तरह के कदम उठाने चाहिए।