इस आर्टिकल के जरिए आज हम आपको उत्तर प्रदेश के बनारस जिले के रमण गांव के रहने वाले किसानों के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां के किसान सेम की खेती से लाखों रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं। आज के समय में सेम की इतनी ज्यादा डिमांड है कि किसान को मार्केट में से बेचने भी नहीं जाना पड़ता है। कई व्यापारी यहां आकर इसको थोक के भाव में खेत से ही खरीद लेते हैं। इस गांव से सेम को बंगाल से लेकर बिहार और एमपी तक कई राज्यों में भेजा जाता है। आइए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
बीजों को तैयार करने का तरीका
इस गांव के किसान सेम के बीज खुद तैयार करते हैं। इस गांव के किसान दिव्यनारायण का कहना है की फसल के दौरान सेम की फलियों को सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है। जब यह फलिया सूख जाती है तो उनके बीज निकाल कर अगले सीजन के लिए रख दिए जाते हैं। इस प्रकार इस फलियो के बीज तैयार किए जाते हैं।
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खेत को कैसे तैयार करें
खेत को तैयार करने के लिए सबसे पहले आपको इस बात का ध्यान रखना होता है कि इसके लिए खास मिट्टी की जरूरत नहीं होती है। लेकिन वही अगर दोमट और बलुई मिट्टी मिल जाए तो यह सबसे अच्छी मानी जाती है। बता दे की खेत की तैयारी के दौरान इस बात को सुनिश्चित करना होता है की मिट्टी में नमी रहे और पलेवा करना जरूरी होता है।
जिससे अंकुरण में मदद मिलती है। इसकी खेती करने के लिए जल निकासी की सही तरीके से व्यवस्था होनी चाहिए साथ ही जल ठहराव न हो इस बात का खास ध्यान रखना है। इसके पीएच मान की बात करें तो 6 तक होना चाहिए उसके बाद 18 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान इस फसल के लिए सबसे सही माना जाता है।
मचान तकनीकी का इस्तेमाल
सेम की फलियों को सहारे की जरूरत होती है यह बेल के रूप में तैयार होती है जिसके लिए इसको ऊपर चढ़ने के लिए मचान बनानी होती है। इसके लिए आपको बांस की लड़कियों से मचान तैयार करनी होती है इन मचानों की खेत में दूरी लगभग 2 से 3 मीटर होनी चाहिए। बांस की लकड़ियों को रस्सियो या तारों से बांधकर इस पर लताओं को चढ़ा देना चाहिए। इससे आसानी से इसकी अच्छी पैदावार मिलती है साथ ही इसकी देखभाल अच्छी खासी की जा सकती है।
कीटनाशक और उर्वरक का इस्तेमाल
इस फसल की खेती में आपको समय-समय पर उर्वरकों और कीटनाशकों का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि कई तरह के रोग और कीट इस पर ना लग पाए। अगर इसमें किसी प्रकार के रोग और कीट लगते हैं तो आपको ऐसे में एजाडीरेक्टिन 300 पीपीएम 5 से 10 मिलीलीटर पानी में गोल करके इसको मिला करके 10 दिन के गैप में स्प्रे करना चाहिए।
सेम से कमाई
इस फसल से कमाई की अगर बात करें तो मात्र तीन से चार महीना में लाखों रुपए की कमाई होती है वहीं इसमें निवेश केवल 40 से ₹50000 करना होता है और एक एकड़ जमीन में 80 दिनों में 8 लाख रुपए की कमाई हो जाती है।
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