काले गेहूं की खेती के लिए किसानों को यहां पर तीन वैरायटी बताने जा रहे हैं, जिनकी कीमत सामान्य गेहूं से ज्यादा मिलेगी और इनमें औषधीय गुण भी हैं।
काले गेहूं की खेती में कमाई
नमस्कार किसान भाइयों, इस समय गेहूं की खेती का सीजन है, जिसमें काला गेहूं भी एक बढ़िया किस्म होती है। यहां हम आपको तीन काले गेहूं की उन्नत किस्मों की जानकारी देने जा रहे हैं, जिनसे किसानों को अच्छा उत्पादन मिलेगा। काले गेहूं में औषधीय गुण भी होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं। इससे कई बीमारियां नहीं होतीं और इसकी कीमत भी सामान्य गेहूं से ज्यादा मिलती है। जी हां, काले गेहूं का भाव ₹4000 से ₹6000 प्रति क्विंटल तक मिलता है, जिससे किसानों को ज्यादा मुनाफा होता है।
तो चलिए जानते हैं इन काले गेहूं की वैरायटी के बारे में, कि ये कितने समय में तैयार होती हैं और किन राज्यों के किसान इनकी खेती करके ज्यादा फायदा ले सकते हैं।
HI 8759 (पूसा तेजस)
HI 8759, जिसे पूसा तेजस भी कहा जाता है, किसानों के लिए एक बेहतरीन गेहूं की वैरायटी है। इसकी खेती करके किसान प्रति हेक्टेयर 56.9 क्विंटल तक उत्पादन ले सकते हैं। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक के किसानों के लिए यह वैरायटी अच्छी है। यह 110 से 125 दिन में तैयार हो जाती है और इसके लिए 4 से 5 सिंचाई पर्याप्त मानी जाती हैं। अगर आप दलिया, सूजी, पास्ता, मैकरोनी या नूडल्स बनाने के लिए गेहूं की खेती कर रहे हैं, तो इस वैरायटी का चयन कर सकते हैं।

ST 3236 काले गेहूं की किस्म
ST 3236 काले गेहूं की एक अच्छी वैरायटी है, जो प्रति हेक्टेयर 57.5 से 79.60 क्विंटल तक उत्पादन दे सकती है। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के किसान इसकी खेती कर सकते हैं। यह 142 दिन में तैयार हो जाती है। अगर इस वैरायटी के गेहूं का सेवन किया जाए, तो डायबिटीज और हृदय संबंधी रोगों का खतरा घटता है, क्योंकि इसमें फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, मैग्नीशियम और आयरन अच्छी खासी मात्रा में होता है।
नाबी एमजी (NABI MG)
नाबी एमजी गेहूं की भी एक बेहतरीन वैरायटी है, जो 130 से 140 दिन में तैयार हो जाती है। इसमें प्रति हेक्टेयर 15 से 20 क्विंटल तक उत्पादन मिलता है। उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान के किसान इसकी खेती कर सकते हैं। इस वैरायटी की खासियत यह है कि इसमें प्रोटीन, आहार फाइबर, आयरन, जिंक और एंथोसाइनिन अच्छी मात्रा में होते हैं। इसके सेवन से कैंसर, डायबिटीज, हृदय संबंधी बीमारियां, मोटापा आदि से दूरी बनी रहती है। जो कि सेवन के लिए अच्छी है।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद













