धान-गेहूं नहीं लगाना तो लगाइए यह मोटा अनाज, दोगुनी कमाई के साथ बनेगी सेहत, और बचेगा समय-पानी-खाद, सरकार का भी यही है कहना। जानिए कौन से मोटे अनाजों की खेती से किसान को होगी कमाई।
धान-गेंहू की खेती नहीं करनी ?
गेहूं की कटाई के बाद धान की बुवाई की तैयारी में कई किसान है। वहीं कुछ लोग धान की खेती नहीं करना चाहते तो आपको बता दे की गेहूं-धान के अलावा अगर किसान मोटे अनाज जैसे ज्वार बाजरा की खेती करते हैं तो इससे भी उन्हें फायदा है। क्योंकि बाजरा सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। इसमें पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन अच्छी खासी मात्रा में पाए जाते हैं। जिससे शरीर को विटामिन और फाइबर मिलता है।
इसके अलावा कई गंभीर बीमारियों के लिए भी यह फायदेमंद है। जैसे कि डायबिटीज के मरीजों के लिए यह बहुत ही ज्यादा अच्छा होता है। कैंसर के जोखिम कम करता है। वहीं सामान्य व्यक्ति अगर इनका सेवन सेवन करते हैं तो शरीर ताकतवर बनता है।
इतना ही नहीं इसकी खेती में धान से कम समय, कम खाद और पानी की आवश्यकता होगी। क्योकि यह फसल 60-70 दिन में ही तैयार हो जाती है। यानि कि बचत ही बचत है। चलिए जानते हैं कि ज्वार, बाजरा की खेती में कमाई कैसे है।
ज्वार, बाजरा की खेती में कमाई
आजकल शहर और गांव के भी लोग सेहत के प्रति बेहद संवेदनशील हो गए हैं। ज्यादातर वह मोटे अनाज का सेवन करना चाहते हैं। जिसमें सिर्फ बाजरे की रोटी के साथ केक, बिस्कुट आदि चीज भी इससे बनाकर उनका सेवन किया जाता है। आजकल महंगी-महंगी खाने की चीजे ज्वार-बाजरे से बनकर मिलती हैं, और जैविक खेती अगर की जाती है तो उसका और ज्यादा महत्व हो जाता है।
शहरों में तो आजकल बाजरे को सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा अच्छा माना जाने लगा है। इसीलिए अब जो किसान की इसकी खेती करते हैं उन्हें इसकी अच्छी खासी कीमत मिलती है। साथ ही अगर इनका वह सेवन करते हैं तो सेहतमंद भी रहते हैं। वहीं सर्दियों में बाजरे के सेवन से शरीर भी गर्म रहता है। चलिए अब जानते हैं इन मोटे अनाज की खेती करने के लिए किसानों को कौन-सी किस्म के बीज लगाने में फायदा है।
ये किस्मे देंगी बढ़िया उपज
यहां पर हम एक्सपर्ट्स के अनुसार यह भी जानेंगे कि ज्यादा उत्पादन के लिए किसान कौन-सी किस्म के बीज लगाए। तो मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे की संकर किस्म के बीज है, जिन्हे लगाने से फायदा है। जिसमें सीएसएच 14, सीएसएच 9 और सीएसएच 18 के साथ-साथ सीएसएच 5 बीज लगा सकते हैं। क्योंकि यह लंबे पौधे देते हैं और भुट्टो भी इनके गोल रहते हैं।
अगर किसान एक एकड़ की जमीन में यह बीज तकरीबन पांच किलो लगा देते हैं तो उससे उन्हें 12 से लेकर 15 क्विंटल तक का की पैदावार मिलेगी। जिससे किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। इसके अलावा किसानों को इससे बढ़िया स्वाद वाला हरा चारा भी मिल जाएगा। जिससे वह अपने पशुओं के खाने का भी इंतजाम कर पाएंगे।