सर्दियों में छाछ को फेंकने की जरूरत नहीं है। इसका इस्तेमाल घर पर देसी टॉनिक के तौर पर कर सकते हैं, जो कि पौधों की सेहत में सुधार लाएगा।
पौधे और मिट्टी के लिए फायदेमंद छाछ
छाछ जिसे माठा भी कहते हैं, दही से यह बनता है। इसका इस्तेमाल गार्डन में भी किया जा सकता है। यह बगीचों को पोषण देने, मिट्टी को स्वस्थ करने, उसकी उर्वरता बढ़ाने, पौधों को कीड़ों और फंगस से बचाने, तथा पत्तियों को हरा-भरा और पौधों को बेहतर ग्रोथ देने में सहायक होता है।
छाछ बगीचे में एक देसी टॉनिक का काम करता है, जिसे आप घर पर ही फ्री में तैयार कर सकते हैं। इसमें लैक्टिक एसिड, फॉस्फोरस, कैल्शियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो पौधों को ऊर्जा देते हैं, उन्हें हरा-भरा बनाते हैं, मिट्टी में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, और पीएच स्तर को संतुलित बनाए रखते हैं। इससे पौधों को लंबे समय तक फायदा होता है। फूल, सब्जी सभी तरह के पौधों को आप यह छाछ दे सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि इसका इस्तेमाल कैसे करना है।

बगीचे में छाछ का इस्तेमाल कैसे करें?
बगीचे में छाछ का उपयोग करने के लिए इसे पानी में मिलाकर देना है। बिना पानी मिलाए इसका उपयोग न करें। इसके लिए एक गिलास छाछ को एक लीटर पानी में मिलाकर छानकर, आप इसे मिट्टी में डाल सकते हैं या पौधों पर स्प्रे कर सकते हैं। जिन पौधों की पत्तियां सूखी, मुरझाई हुई हों, या जिनमें कीड़े लगे हों, उन पर शाम के समय इस घोल का स्प्रे कर सकते हैं। इसे सीधे मिट्टी में भी डाल सकते हैं। मिट्टी में डालने से मिट्टी की गुणवत्ता सुधरती है।
जिन पौधों को छाछ मिला हुआ पानी दिया जाता है, उनकी पत्तियां मोटी और चमकदार हो जाती हैं। साथ ही, पौधों की जड़ों में सड़न की समस्या भी नहीं होती। यह एक सरल घरेलू उपाय है, जो लंबे समय से इस्तेमाल होता आ रहा है। अगर घर में गुलाब, मनी प्लांट, तुलसी, या हरी मिर्च, बैंगन, लौकी, कद्दू आदि की सब्जियां लगाई हैं, तो इनकी मिट्टी में यह खाद डाल सकते हैं।
गर्मियों में लोग इसका अधिक उपयोग खाने-पीने में करते हैं, लेकिन सर्दियों में यह अधिक खट्टा हो जाता है, इसलिए कई लोग इसे फेंक देते हैं। अगर बची हुई छाछ है, तो इसे इस तरीके से उपयोग में ला सकते हैं।
ध्यान रखें, बहुत अधिक मात्रा में इसका उपयोग नहीं करना है। गर्मियों में इसे हर 15 दिन में दिया जा सकता है, लेकिन सर्दियों में इसका कम उपयोग करें, क्योंकि ठंड के मौसम में पौधों को अधिक पानी देने की जरूरत नहीं होती। जरूरत के अनुसार ही पानी और यह टॉनिक दें।

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