अगरबरसात के मौसम में गेहूं-चावल-दाल आदि में फफूंद की समस्या से बचना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं ध्यान रखने योग्य पाँच बातें।
बरसात में अनाज का खराब होना
बारिश के मौसम में अनाज कई कारणों से खराब हो सकता है। चावल, दाल, गेंहू में फफूंद, घुन और कीड़ों का संक्रमण हो सकता है, जिससे यह खाने लायक नहीं रह जाता। अगर समय रहते इसका उपाय नहीं किया गया, तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बरसात में अनाज को खराब होने से कैसे बचाएँ
नीचे लिखे पाँच बिंदुओं के अनुसार जानिए बरसात के मौसम में अनाज को खराब होने से कैसे बचाएँ-
- बरसात के मौसम में अनाज को खराब होने से बचाने के लिए ध्यान रखें कि अनाज के आसपास नमी या सिहलन न हो। दीवार या फर्श सूखा होना चाहिए। अनाज को ज़मीन से ऊपर रखना चाहिए, जिसमें ईंट का चबूतरा बनाकर उस पर अनाज का डिब्बा रख सकते है।
- अगर बारिश के मौसम में अनाज छोटे डिब्बों में भरा हो, तो बेहतर है। बड़े डिब्बों में रखने से नमी ज़्यादा हो सकती है। इससे अनाज पर कीड़े भी लग सकते हैं, जिससे अनाज धीरे-धीरे काला पड़ जाता है। जिस डिब्बे में अनाज रखा जा रहा है, उसे इस्तेमाल से पहले धोकर धूप में सुखा लेना चाहिए।
- अनाज को कीड़ों से बचाने के लिए देसी या रासायनिक दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं। देसी में आप नीम के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसके लिए अनाज में सूखी नीम की पत्तियां मिलाई जाती हैं। अगर रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो सल्फास की गोलियां उपलब्ध हैं, लेकिन इन्हें बच्चों से दूर रखना चाहिए, ये ज़हर है।
- अनाज को स्टोर करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे अनाज को धूप में सुखाकर ही स्टोर करना चाहिए।
- इसके अलावा, दाल और चावल में माचिस रख सकते हैं, जिससे कीड़े मर जाते हैं। दाल में लहसुन भी रख सकते हैं, इसकी गंध भी कीड़ों को दूर रखती है। लौंग को दाल में भी रखा जा सकता है।