आम का सिर्फ बाहरी छिलका ही नहीं, अंदर का हिस्सा भी पकेगा, इस ऑर्गेनिक विधि से पकाएं आम, स्वाद चखकर रह जाएंगे दंग

अगर आप आम को केमिकल से पकाना नहीं चाहते हैं, तो हम आपको ऑर्गेनिक विधि बताते हैं जिससे आम बिना किसी खर्च के पक जाएंगे।

रासायनिक तरीके से पकाया आम सेहत के लिए नुकसानदायक

आम पकाने के लिए बाजार में कई तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं लेकिन दवाइयों से पकाए गए आम सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। इसीलिए यहां हम आपको ऑर्गेनिक तरीके से आम पकाने की विधि बताने जा रहे हैं, क्योंकि केमिकल से पकाए गए आम कई तरह की गंभीर बीमारियों से ग्रसित होते हैं और सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होते। केमिकल से पकाए गए आम के छिलके जल्दी पक जाते हैं, वे हरे से पीले हो जाते हैं, लेकिन अंदर का हिस्सा खट्टा होता है। लेकिन अगर आम को ऑर्गेनिक विधि से पकाया जाए, तो उसका स्वाद अंदर से भी अच्छा रहेगा, मीठा होगा।

ऑर्गेनिक तरीके से आम कैसे पकाएं?

नीचे लिखे दो बिंदुओं के अनुसार ऑर्गेनिक तरीके से आम पकाने के बारे में जानें-

  • सबसे पहले हम आपको एक सरल विधि बताएंगे जिसमें आम को पकाने के लिए धान की पराली का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें आपको तेंदू के पत्तों का भी इस्तेमाल करना है। सबसे पहले एक कार्डबोर्ड बॉक्स लेना है, उसके नीचे थोड़ा सा पुआल फैलाना है और तेंदूपत्ता डाल देने हैं इसके बाद आम रख देना है। यहां ध्यान दें कि आप टूटे हुए या खराब आम न रखें, बिल्कुल अच्छे आम रखने हैं, फिर उसके ऊपर पुआल रख दें और बॉक्स को बंद कर दें, बॉक्स को ऐसी जगह रखें जहां अंधेरा हो और सामान्य तापमान हो, वहां कूलर पंखा न चल रहा हो, इसके बाद तीन दिन के अंतराल में आमों को चेक करते रहें, धीरे-धीरे वे पक जाएंगे।

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  • आम पकाने के दूसरे जुगाड़ की बात करें तो यहां पर आप एक गत्ते का डिब्बा लेंगे, नीचे की तरफ थोड़ा पुआल फैलाएंगे और फिर आम रखेंगे, बीच में आपको डिब्बे में थोड़ी जगह रखनी है, वहां पर कोई बर्तन या पत्थर रखना है जो आग से चिपके नहीं, उसके ऊपर आधा जलाकर गाय के गोबर का सुखा कंडा जलाकर रखना है जिससे धुआं निकलेगा, उसके ऊपर आपको बाजरे के दाने डालने हैं और फिर घी डालना है तब धुआं निकलेगा, उसके बाद डिब्बे को बंद करके उसे किसी अंधेरी जगह पर रख देंगे, जो धुआं अंदर फंस जाएगा उससे आम खराब नहीं होंगे और तीन-चार दिन बाद आप यहां पर चेक कर सकते हैं, ध्यान रहे डिब्बे में आग न लगे, कंडे को ऐसे रखें कि उसके आसपास कोई कागज या पुआल न हो।

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