धान की नर्सरी 100% अंकुरित होगी, अगर इन बातों पर रखेंगे ध्यान, मिलेगी बंपर पैदावार, मजबूती से खड़ी होगी फसल

धान की खेती करने वाले किसान यहां जानें धान की नर्सरी कैसे तैयार करें ताकि उन्हें 100% सफलता मिले-

धान की खेती

धान की खेती का समय आ गया है। मई और जून में धान की खेती से जुड़े कई जरूरी काम पूरे करने होते हैं, जिससे अच्छी फसल मिलेगी। इस लेख में हम जानेंगे कि धान की नर्सरी कैसे तैयार करें, किन बातों का ध्यान रखें, कब रोपाई करें।

किस तरह की जमीन में धान की खेती करें

अगर किसान फसल के हिसाब से भूमि का चयन करें तो उत्पादन अधिक होता है, जिसमें हल्की मिट्टी धान की नर्सरी तैयार करने के लिए अच्छी मानी जाती है, उसमें जड़ अच्छी तरह से विकसित होती है, दोमट मिट्टी धान की खेती के लिए बेहतर होती है, धान की नर्सरी तैयार करने के लिए भूमि उपजाऊ होनी चाहिए।

खेत कैसे तैयार करें

खेत तैयार करने से हमारा मतलब है कि जुताई अच्छी तरह से तैयार करें, खेत की करीब 5 से 6 बार जुताई करें, अगर गहरी जुताई की जाए तो बेहतर होगा, जल निकासी का ध्यान रखें, खेत में पानी जमा नहीं होना चाहिए। जिस भूमि पर रेत और दोमट मिट्टी का मिश्रण हो वहां जल निकासी अच्छी होती है। यहाँ पर क्यारी बनायें और नर्सरी तैयार करें। एक मीटर चौड़ी और 10 से 15 सेमी ऊंची क्यारी बनाएं और उसमें नर्सरी लगाएं। इससे कई फायदे होते है।

धान की नर्सरी के लिए खाद

धान की नर्सरी तैयार करने के लिए, जमीन उपजाऊ बनाने के लिए अच्छी पुरानी गोबर की खाद का इस्तेमाल करें। अगर नर्सरी 10 वर्ग मीटर की है तो आप उसमें करीब 20 किलो गोबर की खाद डाल सकते हैं. यहां सिर्फ पुरानी खाद ही डालनी है. अगर फंगस आदि की समस्या है तो 2 किलो नीम की खली भी डाल दें. इससे कीड़े और फंगस नहीं लगेंगे. अगर आप रासायनिक खाद डालना चाहते हैं तो 500 ग्राम यूरिया डाल सकते हैं. इससे फसल का विकास अच्छे से होता है।

बीज से जुड़ी इन बातों का रखें ध्यान

धान की नर्सरी लगाने जा रहे हैं तो बीज से जुड़ी कई बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि बीज कितना लेना है, किस तरह का बीज लेना है. तो आपको बता दे कि अच्छी किस्म का चुनाव करें. अपने इलाके की जलवायु के हिसाब से किस्म चुनें. बीज को बोने से पहले उपचारित करें. एक एकड़ में सिर्फ 6 किलो बीज लें. बीज की मात्रा किस्म के हिसाब से कम या ज्यादा होती है. बीज की दवाई सही तरीके से करें. बीजों को क्यारी पर फैलाने के बाद उन्हें मिट्टी की पतली परत से ढक दें. जब अंकुरण हो जाए तो मिट्टी में नमी बनाए रखें. पानी ज्यादा न डालें.

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धान की रोपाई का समय

अगर नर्सरी की अच्छी तरह से देखभाल करेंगे तो यह समय पर तैयार हो जाएगी। कहा जाता है कि एक अच्छी नर्सरी 25 से 28 दिनों में तैयार हो जाती है और फिर इसकी रोपाई की जा सकती है। धान की नर्सरी जब 10 से 15 सेमी लंबी हो जाए तो खेत में लगा सकते है। बेहतर समय माना जाता है।

नर्सरी तैयार करने के लिए 15 मई से 15 जून के बीच का समय बेहतर होता है। रोपाई के लिए 10 से 15 जुलाई के बीच का समय भी अच्छा होता है। लेकिन यह क्षेत्र पर निर्भर करता है, तापमान कैसा है, मानसून आया है या नहीं, बुवाई कब की गई है, उसके हिसाब से तारीख आगे या पीछे हो सकती है।

इसके अलावा खरपतवारों को समय पर निकाल देना चाहिए। अगर बहुत ज़्यादा खरपतवार उग आए तो बुवाई के तीन दिन के अंदर खेत में खरपतवारनाशक मिला देना चाहिए। कीटों और बीमारियों का प्रबंधन करना चाहिए। नर्सरी तैयार करते समय आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पौधों में कोई बीमारी न हो और उसका उपचार समय पर हो।

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