इस साल धान की फसल से अंधाधुंध पैदावार पाने के लिए कृषि विशेषज्ञों से जानिए धान की नर्सरी कैसे तैयार करें, ताकि कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त हो सके

इस लेख में कृषि विशेषज्ञों के अनुसार धान की नर्सरी तैयार करने की जानकारी दी गई है, जिससे किसान अधिक कमाई कर सकते हैं-

धान की नर्सरी तैयार करने की विधि

अगर कुछ बातों को ध्यान में रखकर धान की खेती की जाए तो किसान अब पहले से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। कृषि विशेषज्ञों ने समय रहते किसानों को सलाह दी है, जिससे धान की नर्सरी तैयार करने में बड़ी सफलता मिलेगी, उत्पादन अधिक होगा, जिससे आमदनी में वृद्धि होगी। मई के अंतिम सप्ताह में किसान धान की नर्सरी तैयार करना शुरू कर देते हैं, इसलिए उन्हें इस समय यह जान लेना चाहिए कि इसे कैसे तैयार किया जाए ताकि वे कम लागत में सही तरीके से खेती करके अधिक पैदावार प्राप्त कर सकें।

तो आइए इस लेख के माध्यम से कुछ बिंदुओं के अनुसार समझते हैं कि धान की नर्सरी कैसे लगाएं, बीज की कितनी मात्रा लें, कितनी खाद डालें और खरपतवारों पर कैसे नियंत्रण करें।

कृषि विशेषज्ञों से जानिए धान की नर्सरी कैसे तैयार करें

नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिए धान की नर्सरी तैयार करने के लिए कृषि विशेषज्ञों ने क्या सलाह दी है-

  • किसी भी फसल से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए खेत तैयार करते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिसमें धान की नर्सरी तैयार करने से पहले खेत की दो से तीन बार जुताई कर लेनी चाहिए ताकि मिट्टी पूरी तरह सूख जाए, जिसमें किसान डिस्क हैरो का इस्तेमाल कर सकते हैं और कल्टीवेटर भी चला सकते हैं।
  • इसके अलावा मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए आप जैविक खेती कर रहे हैं तो गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं जिन किसानों ने हरी खाद इस समय लगाई होगी उनके खेत बढ़िया उपजाऊ होंगे।
  • क्यारियों में बीजों की नर्सरी तैयार करना भी सही माना जाता है, जिसमें 8 मीटर लंबी और 1.5 मीटर चौड़ी नाली बनाकर बीज बोए जाते हैं, जिससे फसल की ग्रोथ अच्छी होती है।
  • बीज की मात्रा की बात करें तो अगर किसान मध्यम आकार की प्रजाति लगा रहे हैं तो 40 किलो बीज चुनें और मोटे धान की खेती के लिए 45 किलो बीज चुनें, लेकिन अगर किसान बासमती धान की खेती कर रहे हैं तो 20 किलो बीज ही इस्तेमाल करें। यानी बीज की मात्रा किस्म के हिसाब से कम या ज्यादा हो सकती है।

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  • बीज को बोने से पहले उपचारित कर लें, ताकि कोई दिक्कत न हो।
  • अगर किसान रासायनिक खाद डालना चाहते हैं, तो जुताई से पहले खेत में 10 किलो डाई अमोनियम फॉस्फेट और 2.5 किलो जिंक सल्फेट डाल सकते हैं। यहां 10 क्विंटल गोबर की खाद भी डालें तो बेहतर रहेगा, लेकिन सड़ी हुई गोबर की खाद का चयन करें। यह मात्रा 1000 वर्ग मीटर क्षेत्र के लिए दिया गया है। इसके बाद अगर हम देखें कि बीज अंकुरित हो गए हैं, पौधे दिखने लगे हैं और पत्तियों का रंग पीला पड़ रहा है, तो हम 7 दिन के अंतराल पर 10 किलो यूरिया दो बार डाल सकते हैं। इसे भी 1000 वर्ग मीटर क्षेत्र के लिए ही बढ़ाया जाता है। इससे अच्छी फसल होती है।
  • अगर खरपतवार की समस्या बहुत ज्यादा है तो ऐसी स्थिति में धान की नर्सरी में भी आप 250 ग्राम पायराजोसल्फ्यूरॉन है, प्रति हेक्टेयर के हिसाब से छिड़क सकते हैं, यह छिड़काव बीज निकलने से पहले किया जाता है।

इस तरह से यहां 7 टिप्स शेयर किए गए हैं जो किसानों को धान की नर्सरी तैयार करने में मदद करेंगे।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

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