धान के किसान हो जाएं सावधान, ऐसे करें असली और नकली बीज की पहचान, नहीं तो उठाना पड़ेगा भारी घाटा। क्योंकि बाजार में हो रही नकली बीजों की बिक्री।
धान के किसान हो जाएं सावधान
देश भर में किसान धान की खेती की तैयारी में लगे हुए हैं। ऐसे में कई किसानों ने तो नर्सरी तैयार भी कर ली है। वहीं कुछ किसान अभी भी 20 चयन कर रहे हैं, तो अगर आपने भी अभी तक बीज चयन नहीं किया है या आप जानना चाहते हैं कि जो आपने बीज खरीदा है वह नकली है असली तो आज हम इस बारे में पूरी बातें करने वाले हैं। लेकिन इससे पहले जान लेते है कि नकली बीज के इस्तेमाल से क्या घाटा हो रहा है।
नकली बीज के इस्तेमाल से होगा घाटा
बता दे कि कई ऐसे देश है। जहां की जलवायु भारत से अच्छी नहीं है। लेकिन फिर भी वह अच्छा खासा उत्पादन ले रहे हैं। जबकि भारत की जलवायु धान की खेती के लिए उचित होने के बावजूद भी उत्पादन कम है। क्योंकि बीज की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता। बल्कि कई देश ऐसे हैं जो की अच्छी जलवायु वाले नहीं है फिर भी बीज की गुणवत्ता का वह ध्यान रखते हैं। जिससे उन्हें ज्यादा पैदावार मिलती है। इसलिए किसानों को खेती किसानी में बीजो की गुणवत्ता पर पूरा ध्यान देना चाहिए।
उन्हें पता होना चाहिए कि वह जिस बीज का इस्तेमाल कर रहे हैं, वह असली है या नकली। क्योंकि अगर वह नकली बीजों से खेती करते हैं तो उत्पादन कम मिलता है। कभी-कभी तो बहुत कम उपज मिलती है। जिससे किसानों को घाटा होता है। क्योंकि वह पूरी मेहनत करके खेती करते हैं। लेकिन फिर भी उन्हें बढ़िया उपज नहीं मिलती है। जिसकी वजह से किसानों को मायूस होना पड़ता है। कुछ लोग तो अब ऐसे हैं कि पारंपरिक खेती करना ही छोड़ चुके है। लेकिन अगर आप बीजों का ध्यान रखेंगे तो धान गेहूं की खेती में भी अच्छी कमाई कर सकते हैं, तो चलिए जानते हैं कि बीजों की गुणवत्ता की जांच कैसे करें।
ऐसे जानिये कौन-सा बीज नकली है
धान का बीज आपका असली है या नकली यह जानने के लिए आपको बुवाई से पहले ही बीज अंकुरण करके जांच करनी होगी। जिसमें जब आप बीच का अंकुरण करके उसकी जांच करेंगे तो जब 80 से 90 फीसदी तक बीज अंकुरित हो जाए तो समझ लीजिए कि आपका बीच बढ़िया है। लेकिन अगर 60 से 70 फ़ीसदी ही अंकुरण देखने को मिल रहा है तो इसमें आप थोड़ी मेहनत करेंगे तो बीच की उपज आप बढ़ा सकते हैं। लेकिन अगर 60 फ़ीसदी से भी कम बीज का अंकुरण हुआ है तो किसान भाई आपका बीज बढ़िया नहीं है।
इससे आपको ज्यादा उपज नहीं मिलेगी तो अगर हो सके तो आप बीज बदल लीजिए क्योंकि इसमें आपको फायदा नहीं है। बीज प्रमाणीकरण करने के लिए आप बीज प्रमाणीकरण प्रयोगशाला जा सकते हैं। वहां बीच का अंकुरण क्षमता जांच दी जाएगी। जिसमें कोई फीस भी नहीं लगता है। आपको नमूना देना है और एक सप्ताह के भीतर-भीतर ही आपको रिपोर्ट दे देंगे। यानी की 7 दिनों में आपको पता चल जाएगा कि आपका बीज असली है या नकली। इस तरह किसानों को अपने बीजों पर अभी भी भरोसा नहीं है तो वह प्रयोगशाला में इसकी जांच कर सकते हैं।
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