हरी पत्तेदार सब्जियां आपको मुफ्त में खाने को मिलेंगी, जानिए ग्रो बैग में जैविक तरीके से हरी पत्तेदार सब्जियां उगाने का सरल और सही तरीका

इस लेख में बताया गया है कि हरी पत्तेदार सब्जियां उगाने का सरल और सही तरीका क्या है, जिससे आपको अच्छी पैदावार मिलेगी।

हरी पत्तेदार सब्जियां

गर्मियों में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने का मन करता है और ये सेहत के लिए भी फायदेमंद होती हैं। इसमें कोई मसाला नहीं डाला जाता, लेकिन सब्जी का स्वाद लाजवाब होता है, लेकिन इसके लिए आपको बाजार में पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है, न ही आपको घर पर ही केमिकल से की गई खेती से उगाई गई फसल खाने की जरूरत है। यहां हम आपको घर पर ही हरी पत्तेदार सब्जियां उगाने का तरीका बताने जा रहे हैं, जिससे आपको 100% सफलता मिलेगी।

हरी पत्तेदार सब्जी सेहत के लिए फायदेमंद होती है, ये हड्डियों को मजबूत बनाती है, मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र में खनिजों का स्रोत होती है, ये सब्जियां पाचन में भी सहायक होती हैं, ब्लड शुगर को नियंत्रित करती हैं, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं, तो चलिए अब जानते हैं इन्हें उगाने का तरीका।

ग्रो बैग में हरी पत्तेदार सब्जियां उगाने का तरीका

अगर आप हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ उगाने जा रहे हैं, तो आपको गमले का सही चुनाव करना होगा जिसमें आप 24 बाय 9 इंच का ग्रो बैग ले सकते हैं। गहराई 6 से 9 इंच हो तो बेहतर रहेगा। चौड़ाई ज़्यादा होगी। चौड़े आकार के गमलें में भी ऊगा सकते या जमीन पर।

मिट्टी का चुनाव

पत्ते वाली सब्जी के लिए आपको अच्छी मुलायम मिट्टी बनानी होगी। जिसमें आपको मिट्टी के साथ पुरानी खाद, कोकोपीट, थोड़ी नीम खली भी डाल सकते हैं। आप सभी चीज़ें बराबर मात्रा में ले सकते हैं। अगर आपकी मिट्टी चिकनी है, तो उसमें रेत मिला दें। जिससे मिट्टी में पानी न रुके। गमलें में मिट्टी भरने से पहले पानी की निकासी का ध्यान रखे।

बीज बोना

अगर आप लाल सब्ज़ी या पालक लगाना चाहते हैं, तो बीजों को मिट्टी पर छिड़क सकते हैं और उन्हें मिट्टी या कोकोपीट से हल्का ढककर पानी दे सकते हैं। लेकिन अगर आप चौलाई-साग वाली पत्तेदार सब्ज़ियाँ लगा रहे हैं, तो इसके लिए आपको बीजों में खाद और हल्दी मिलानी होगी और फिर मिट्टी पर छिड़कना होगा। इसके बाद ऊपर कोकोपीट की एक परत बिछानी होगी, जो लगभग आधा इंच होगी। इसके बाद आपको सिंचाई करनी होगी।

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सिंचाई कब करें

आप दो से तीन दिन के अंतराल पर सिंचाई कर सकते हैं, लेकिन यह ध्यान रखना होगा कि ऊपर की मिट्टी सूखी है या नहीं। आपको तभी पानी देना है जब ऊपर की मिट्टी सूखी दिखे। पानी देने का तरीका स्प्रे करना है। अगर आपके पास स्प्रे बोतल नहीं है, तो आप किसी भी प्लास्टिक की कोल्ड ड्रिंक की बोतल के ढक्कन में छेंदकर उसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

इस तरह से यहां जैविक तरीके से हरी पत्तेदार सब्जियां उगाने की विधि बताई गई है। ये सब्जियां एक से डेढ़ महीने में तैयार हो जाती हैं।

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