फसल खराब होने पर आर्थिक नुकसान से बचना चाहते हैं तो किसानों को इस पीएम फसल बीमा योजना का लाभ जरूर उठाना चाहिए, आइए इस योजना के बारे में जानकारी देते हैं।
फसलें कई कारणों से खराब हो जाती हैं
खेती से सिर्फ पेट ही नहीं भरता बल्कि कमाई से घर भी चलता है, जिसमें किसान खूब मेहनत करते हैं और पैसे भी खर्च करते हैं और ऐसे में अगर किसी कारण से फसल खराब हो जाती है तो उन्हें भारी नुकसान होता है। फसल खराब होने के कई कारण होते हैं जैसे प्राकृतिक आपदा, बीमारी, कीटों का आतंक आदि, जिसमें जून-जुलाई में लगाई गई फसलों को बारिश और बीमारी से बचाना काफी मुश्किल होता है, इसलिए किसानों के लिए फसल बीमा एक अच्छा विकल्प है।
अगर फसल का बीमा कराते हैं तो किसी भी तरह का नुकसान होने पर सरकार की तरफ से मुआवजा मिलता है, जिससे किसान को मानसिक तनाव नहीं होगा और न ही आर्थिक नुकसान होगा, तो चलिए बताते हैं कि फसल बीमा योजना का लाभ कैसे मिलेगा।
कौन सी फसलों का बीमा कराया जा सकता है?
गर्मी-बरसात, जून-जुलाई किसान कई फसलों की खेती करते हैं जिन्हें खरीफ फसल कहा जाता है। किसान इस समय खरीफ फसलों का बीमा करा सकते हैं, जिसमें धान, बाजरा, उड़द, मूंग, सोयाबीन, मक्का आदि फसलें शामिल हैं जिन्हें कुछ किसानों ने अप्रैल और मई में भी लगाया है। इसके अलावा किसान रबी की फसलों जैसे गेहूं, सरसों, चना आदि का भी समय पर बीमा करा सकते हैं।

पीएम फसल बीमा योजना का लाभ कैसे पाएं
पीएम फसल बीमा योजना किसानों के लिए लाभकारी योजना है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान आधिकारिक वेबसाइट https://pmfby.gov.in/ पर आवेदन कर सकते हैं, जिसमें पहले किसानों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा और फिर फॉर्म भरकर आवेदन करना होगा। जिसमें फसल और जिले की जानकारी देंगे, जरूरी दस्तावेज भरेंगे और बीमा प्रीमियम का भुगतान करेंगे। इसके बाद आवेदन पूरा हो जाता है। जी हां, किसानों को बीमा प्रीमियम की कुछ राशि देनी होती है और फिर उनकी फसल का बीमा होता है। सरकार प्रीमियम राशि पर सब्सिडी भी देती है।
आवश्यक दस्तावेज
आवेदन करने के लिए आपके पास कुछ जरूरी दस्तावेज होने चाहिए जैसे आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी, जमीन से जुड़े कागजात, खतौनी, किसान ने कौन सी फसल लगाई है इसकी जानकारी आदि।
इस तरह से सबसे पहले दस्तावेज तैयार करने चाहिए और फिर आवेदन करना चाहिए। यह योजना सामान्य सीमांत और छोटे किसानों के लिए चलाई जा रही है जिनके पास खेती की जमीन है, जिसमें अब बटाईदार किसानों को भी लाभ मिलता है, बस कुछ शर्तें रखी गई हैं। साथ ही छोटे और सीमांत किसानों के लिए प्रीमियम बीमा राशि बहुत कम कर दी गई है ताकि वे आसानी से अपनी फसल का बीमा करा सकें।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद