सिंचाई का यह धांसू जुगाड़ पहले नहीं देखा होगा, बैठे-बैठे 10 एकड़ तक की सिंचाई है संभव, बस सुबह-शाम एक-एक घंटा कर दे चालू

On: Wednesday, December 10, 2025 3:17 PM
बैलून टैंक सिंचाई में कैसे काम करता है?

किसान बिना मेहनत के बैठकर सिर्फ एक स्विच ऑन करके खेत की सिंचाई करना चाहते हैं, तो आइये बताते हैं बड़े पैमाने पर कम समय में आसानी से सिंचाई करने का तरीका।

सिंचाई करने का आसान तरीका क्या है?

सिंचाई को आसान बनाने और पानी की बचत करने के लिए आजकल कई तरह की आधुनिक तकनीक आ चुकी हैं। इनमें एक है बैलून टैंक और कंप्रेशर मोटर का इस्तेमाल। इससे किसान को केवल एक स्विच ऑन करना होता है, और 10 से 15 एकड़ तक की जमीन में बैठे-बैठे सिंचाई हो जाती है।

सुबह और शाम के समय आपको सिर्फ एक-एक घंटे के लिए मोटर ऑन करना होगा। इससे 7 से 10 एकड़, और 15 एकड़ तक के खेत की सिंचाई आसानी से हो जाती है। जिन किसानों ने फलों की खेती या बागवानी की है, उनके लिए तो यह सिस्टम बहुत ही लाभकारी है, क्योंकि हर पेड़ तक जरूरत के अनुसार समय पर पानी पहुंच जाता है।

सुबह या शाम जब आप खेत देखने जाते हैं, तब मोटर को ऑन कर सकते हैं और पानी अपने आप हर पेड़ तक पहुंच जाता है। आइए जानते हैं कि यह सिस्टम कैसे काम करता है और कुल कितना खर्च आता है।

बैलून टैंक सिंचाई में कैसे काम करता है?

बैलून टैंक का इस्तेमाल करके सिंचाई को आसान और सुविधाजनक बनाया जा सकता है। बैलून टैंक एक मशीन होती है, जो पानी को फिल्टर करके खेतों तक पहुंचाती है। इससे न सिर्फ सिंचाई होती है, बल्कि तरल खाद डालना भी बहुत आसान हो जाता है। इसके लिए किसान को खेत में एक पानी का टैंक बनाना पड़ता है, जिसमें बोरिंग का पानी भरा जाता है। इस टैंक से मशीन के माध्यम से पानी खेत में पहुंचता है। हर पेड़ के पास पतली पाइप लगाई जाती है, जिससे पानी सीधे पौधों तक पहुंचता है।

एक किसान ने बताया कि उनका 10 एकड़ का खेत है, जिसके लिए उन्होंने एक टैंक बनाया है। इसमें तीन बोरिंग से पानी एकत्र होता है और अंदर कंप्रेशर मोटर लगाई गई है। कंप्रेशर मोटर पानी को बैलून टैंक में ले जाती है, और फिर बैलून टैंक की मोटर पूरे खेत में पानी भेजती है। किसान को बस स्विच ऑन करना पड़ता है और लगभग 1 घंटे में सिंचाई पूरी हो जाती है।

बैलून टैंक सिस्टम खेत में लगाने में कितना खर्च आता है?

कई किसान इसका इस्तेमाल कर रहे हैं और उन्हें इसका काफी फायदा हो रहा है। खासकर फलों की खेती करने वाले किसान इसे अधिक उपयोग में लेते हैं। बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में देखे गए बैलून टैंक सिस्टम की लागत लगभग ₹2,00,000 बताई गई है। जो किसान बड़े पैमाने पर खेती करते हैं, उनके लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है। इससे मजदूर की लागत कम होती है और समय पर सिंचाई भी हो जाती है।

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