Gardening tips: गुड़हल के पौधे में हर दिन खिलेंगे लद के अनगिनत फूल, बस किचन के कचरे को करें इस तरह इस्तेमाल और बनाएं जादुई खाद।
गुड़हल के पौधे में हर दिन खिलेंगे फूल
अक्सर कुछ लोगों को गार्डनिंग का बहुत ज्यादा शौक होता है और तरह-तरह के फूलों के पौधे लगाते है। गुड़हल का पौधा तो हर घर के बगीचे में मौजूद होता ही है। आज हम आपको गुड़हल के पौधे के लिए किचन के सब्जी भाजी के कचरे से खाद बनाना बता रहे है जिसको पौधे में डालने से गुड़हल के पौधे में हर दिन भर-भर के फूल खिलने लगेंगे। इस खाद को बनाने के लिए एक भी रूपए का खर्चा नहीं होता है ये एक दम मुफ्त में बनती है। बस आपको इस तरह से फल सब्जी के छिलकों का इस्तेमाल करना है जिससे पौधे को पूरा पोषण मिलेगा और पौधे में लद कर फूल खिलना शुरू हो जाएंगे तो चलिए जानते है पौधे के लिए कौन सी खाद कैसे बनानी है।
सब्जियों के छिलके का इस्तेमाल
अक्सर किचन में सब्जियों के छिलकों को कचरे में फेंक दिया जाता है। क्योकि वो एक कचरा होता है लेकिन सब्जियों के छिलके को कचरा ना समझकर उसका सही तरीके से फेंकने के बजाए पौधों के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है। जिससे पौधों को कई तरह के पोषक तत्व मिलेंगे और पौधे हरे और फूलों से भरे होंगे। हम बात कर रहे है प्याज के छिलकों की प्याज के छिलकों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते है जो गुड़हल के लिए बहुत फायदेमंद साबित होते है। प्याज के छिलके को फेंकने की जगह उसे लिक्विड फर्टिलाइजर बना सकते है इसे बनाने के लिए 6-7 प्याज के छिलकों को 1 लीटर पानी में रात भर भिगोकर रख देना है। अगले दिन इसमें 10 लीटर पानी मिलाकर अपने गुड़हल के पौधे में 2 दिन छोड़कर 1-1 मग डालना है। जिससे पौधे में भर-भर के फूल खिलना शुरू हो जायेंगे।
केले के छिलके की खाद
केले के छिलके गुड़हल के पौधे के लिए बहुत ज्यादा फ़ायदेमंद होते है क्योकि केले के छिलके में कई तत्वों के गुण होते है जो पौधे के लिए बहुत गुणकारी और उपयोगी माने जाते है। केले के छिलके से खाद बनाने के लिए आपको छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर रात भर पानी में फूलने के लिए रख देना है। फिर इन केले के छिलके के पानी को छिलके सहित गुड़हल के पौधे की जड़ों और मिट्टी में डाल देना है ये पौधे के लिए पोटेशियम का बेहतरीन सोर्स है इससे पौधे की नेचुरल ग्रोथ के साथ पौधे में फूल भी अनगिनत खिलेंगे। केले के छिलके से बने फर्टिलाइजर का इस्तेमाल गुड़हल के पौधे में जरूर कना चाहिए।