Hari Mirch Ki Kheti:- कम लागत में ज्यादा पैदावार देगी हरी मिर्च की खेती, जाने कैसे करें किस्मों का चुनाव, हरी मिर्च के बारे में तो हम सब जानते ही है इतना ही नहीं इसका उपयोग हर घर में किया जाता है। इसको सब्जयों से लेकर कई सारी डिसेस में इस्तेमाल होता है। आजकल मिर्च की खेती बहुत ही लागत में ज्यादा फायदा देने वाली खेती बन चुकी है। अगर आप भी इसकी सही तरह से खेती कर लेते हैं, तब वह एक बीघे में तगड़ा मुनाफा कमा कर देगी। अब हम आपको इस लेख के जरिए हरी मिर्च की खेती के बारे में विस्तार से बताते है।
हरी मिर्च की खेती का समय
हरी मिर्च एक ऐसी फसल है इसकी डिमांड मार्केट में पुरे साल भर होती है। किसान भाई इस खेती को एक बिजनेस की तरह भी कर सकते हैं। हरी मिर्च के इस बिजनेस के जरिए किसान पूरे साल भर कमाई कर सकते है क्योकि यह मिर्च की फसल साल भर उगाई जा सकती है।
हरी मिर्च के लिए उपयुक्त जलवायु और मिट्टी
हरी मिर्च की खेती करने के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है। हरी मिर्च की खेती के लिए सबसे पहले आपको बता दे 18°C से 27°C का तापमान मिर्च की वृद्धि के लिए सबसे ज्यादा अनुकूल माना जाता है। हरी मिर्च के लिए सबसे अच्छी मिट्टी दोमट होती है। इस मिट्टी का pH मान लगभग 6.0 से 6.8 के बीच होना बहुत ज्यादा आवश्यक है।
हरी मिर्च की किस्मों का चयन और बुवाई
हरी मिर्च में मार्केट में डिमांड और यहां के स्थानीय जलवायु के मुताबिक मिर्च की किस्मों का चयन करना बहुत ज्यादा जरुरी होता है। कई सारी लोकप्रिय किस्मों में आपको 334, 416, जलवा, कश्मीरी लाल, और Hybrid जैसी कई 10 इसमें सम्मिलित हैं। हरी मिर्च के बीजों को बुवाई करने से लगभग 24 घंटे पूर्व इसकों गीले कपड़े में लपेट करके रखना होता है। हरी मिर्च के बीजों को लगभग 1 सेमी की गहराई के साथ ही 10 सेमी की दूरी पर बोना होता है। इसकी बुवाई के बाद में आपको मिट्टी को हल्का सा पानी देना जरुरी है।
फसल में खाद और सिंचाई
हरी मिर्च की इस फसल में आपको सड़ी हुई गोबर की खाद या फिर कम्पोस्ट डालना होता है। इसके साथ इस फसल में आपको प्रति हेक्टेयर लगभग 20-30 KG नाइट्रोजन और 10-15 KG फास्फोरस और 20-25 KG पोटेशियम की जरुरत पड़ती है। हरी मिर्च की खेती में आपको प्रतिदिन सिंचाई करना होता है। खास करके उस समय सिचाई ज्यादा जरुरी है जब पौधों के प्रारंभिक और फूल आने का समय होता है।
हरी मिर्च में रोग और कीट नियंत्रण का तरीका
हरी मिर्च की इस फसल को बहुत से रोगों और कीटों के चपेट में आने से बचाना होता है। हरी मिर्च पर आने वाले रोगो के लिए आपको समय-समय पर रोगों और कीटों का इलाज करना बहुत ज्यादा जरुरी होता है।
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हरी मिर्च की तुड़ाई और भंडारण
हरी मिर्च की तुड़ाई करने का सही समय तब होता है जब फल अच्छे से पक जाते है। हरी मिर्च की तुड़ाई हो जाने के बाद में आपको फलों को छाव और हवे वाली जगह पर रखना होता है। हरी मिर्च को भंडारण के लिए आपके पास में एयरटाइट कंटेनर में रखना बहुत आवश्यक होता है।
मिर्च की खेती में लागत और कमाई
हरी मिर्च की खेती में लागत कम लगती है और कमाई ज्यादा होती है। एक परंपरागत खेती के मुकाबले हरी मिर्च की खेती करने में कम इन्वेस्टमेंट में ज्यादा लाभ देती है। अगर आप भी हरी मिर्च की फसल की अच्छी तरह से देखरेख करते है और प्रबंधन करते हैं तब आपको प्रतिहेक्टेयर लगभग 4 से 5 लाख रुपए साल भर की कमाई कर सकते है। वही आपको लागत प्रतिहेक्टेयर मिर्च की खेती में एक लाख रुपए का खर्च आ जायेगा।