दुधारू पशुओं के लिए गर्मियों में उगाए ये चार प्रकार की घास, पशुओ को मिलेगा उत्तम हरा चारा। गर्मियों में हरे चारे की खेती पशुपालन के लिए बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि इससे पशुओं को पोषक तत्वों से भरपूर चारा मिलता है और दूध उत्पादन भी अच्छा होता है। गर्मियों के मौसम में निम्नलिखित 4 प्रमुख हरे चारे की फसलें होती हैं। आइए इसकी खेती के बारे में विस्तार से बताते है।
सुडान घास
यह गर्मियों के लिए एक उत्तम हरा चारा है। यह तेजी से बढ़ता है और 2-3 कटाई देता है। इसमें प्रोटीन की मात्रा अच्छी होती है और यह पशुओं के लिए सुपाच्य होता है। बुआई का सही समय मार्च से मई तक है। बीज की मात्रा 20-25 किग्रा प्रति एकड़ जरुरी है।
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मक्का
मक्का गर्मियों में सबसे ज्यादा बोया जाने वाला हरा चारा है। यह जल्दी तैयार हो जाता है केवल 60-70 दिन में। पशुओं को ऊर्जा और कार्बोहाइड्रेट भरपूर देता है। बुआई का सही समय मार्च से जून है। बीज की मात्रा 15-20 किग्रा प्रति एकड़ जरुरी है।
सोरघम या ज्वार
ज्वार गर्मियों में उगाई जाने वाली महत्वपूर्ण चारे की फसल है। यह सूखा सहन कर सकता है और 3-4 कटाई देता है। इसमें हरा चारा प्रचुर मात्रा में मिलता है। बुआई का सही समय अप्रैल से जुलाई तक है। बीज की मात्रा लगभग 12-15 किग्रा प्रति एकड़ जरुरी है।
लुसीन
इसे चारे की क्वीन भी कहा जाता है। यह बारहमासी फसल है पर गर्मियों में भी अच्छा उत्पादन देती है। यह प्रोटीन में समृद्ध और पशुओं के लिए बहुत पौष्टिक होती है। बुआई का सही समय फरवरी से अप्रैल या अगस्त-सितंबर में है। बीज की मात्रा लगभग 6-8 किग्रा प्रति एकड़ जरुरी है।
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