हरे पत्ते की खेती प्रचलित है देश से लेकर विदेश तक, लोग खेती से कमाते है लाखो रूपए। पान की खेती मुख्य रूप से भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान में की जाती है। भारत में यह खासकर पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में लोकप्रिय है। आइए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
पान की खेती के लिए आवश्यक जलवायु और मिट्टी
पान की खेती के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु अच्छा होता है। दोमट मिट्टी जिसमें जैविक पदार्थ की मात्रा अधिक हो। इसका pH मान लगभग 5.5 से 7.0 जरुरी है।
पान की प्रमुख किस्में
पान की खेती के लिए कई किस्मे होती है जैसे – मगही पान, बांग्ला पान, कपूरी पान, देशी पान, मीठा पान।
यह भी पढ़े: माइक्रोग्रीन्स की खेती में अपनाए कुछ खास फॉर्मूले, कम लागत में होगा चार गुना ज्यादा मुनाफा
पान की खेती कैसे करें
पान की खेती के लिए खेत को अच्छी तरह से जुताई कर समतल बनाया जाता है। गोबर की खाद या जैविक खाद डाली जाती है। पान की बेल को चढ़ाने के लिए बांस के सहारे मंडप तैयार किया जाता है। पान की खेती फरवरी से अप्रैल में गर्म इलाके में की जाती है। इसके साथ जून से अगस्त में बरसाती इलाको में कर सकते है।
गर्मियों में हर 2-3 दिन में सिंचाई करें। सर्दियों में हर 10-12 दिन में सिंचाई पर्याप्त है। खेत में गोबर की खाद लगभग 20-25 टन प्रति एकड़ डालना है। रोपाई के 6-8 महीने बाद पहली तोड़ाई होती है। एक एकड़ में औसतन 3000-4000 किलो पान के पत्ते प्राप्त होते हैं।
पान से कमाई
पान का पत्ता बाजार में अच्छी गुणवत्ता वाले की कीमत ₹1-₹3 प्रति पत्ता होती है। एक एकड़ में लगभग 3-4 लाख रुपये की सालाना कमाई हो सकती है। पान से आप तगड़ी कमाई कर सकते है।
यह भी पढ़े: आज का ताज़ा प्याज, लहसुन और आलू मंडी भाव, जानिए आपके शहर में ताज़ा रेट