मध्य प्रदेश के किसानों को फलों के पेड़ लगाने के लिए सरकार की तरफ से भारी आर्थिक मदद दी जा रही है, जिसमें 40 से 50% तक की सब्सिडी मिल रही है।
फलों के पेड़ लगाने के फायदे
फलों के पेड़ लगाने के बहुत सारे फायदे हैं। अगर आप बड़े पैमाने पर बागवानी करना चाहते हैं या अपने घर के आसपास छोटे खेतों में बागवानी करना चाहते हैं, तो भी फलों के पेड़ लगाने के कई फायदे हैं। इससे ताजे फल मिलेंगे जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होंगे। फलों के पेड़ हवा को शुद्ध करेंगे और मिट्टी के कटाव को रोकेंगे। इससे आर्थिक लाभ होगा और फलों की बिक्री करके अच्छी कमाई की जा सकती है।
बड़े फलों के पेड़ घर को ठंडा रखने में मदद करेंगे। इस तरह ताजा फल, बेहतर पर्यावरण और अतिरिक्त संपत्ति के लिए फलों के पेड़ लगाए जा सकते हैं। इसमें मध्य प्रदेश राज्य सरकार भारी आर्थिक मदद कर रही है। तो चलिए अनुदान के बारे में जानते हैं।
फलों के पेड़ लगाने के लिए अनुदान
फलों के पेड़ लगाने के इच्छुक किसानों को बता दें कि मध्य प्रदेश राज्य सरकार की तरफ से 40 से 50% तक की सब्सिडी जारी है। इसमें 30,000 से लेकर 80,000 रुपए तक अनुदान दिया जाता है।
इसके तहत किसान अमरूद, नींबू, पपीता, आम, सीताफल, चीकू, अनार, संतरा इत्यादि के पौधे लगा सकते हैं। बताया जा रहा है कि पौधे लगाने, सिंचाई तथा देखभाल के लिए इस योजना से उन्हें आर्थिक मदद मिलेगी। चलिए आपको इस स्कीम के बारे में बताते हैं।
फलोद्यान योजना
मध्य प्रदेश के किसानों को फलोद्यान योजना के तहत फलों के पेड़ लगाने के लिए अनुदान दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि 15 अगस्त से 15 सितंबर 2025 तक इस योजना के तहत किसान आवेदन कर सकते हैं। इसमें महिला स्वयं सहायता समूह को फलोद्यान के लिए चुना गया है। फलोद्यान योजना के अंतर्गत “एक बगिया माँ के नाम” परियोजना चलाई जा रही है, जिसमें 0.25 से 4 हेक्टेयर तक के क्षेत्र में परिवारों को पौधे लगाने के लिए अनुदान दिया जा रहा है।
इस तरह महिला स्वयं सहायता समूहों के द्वारा खाली जमीन में फलोद्यान विकसित करने की यह एक शानदार स्कीम है।
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