खेतों में छिड़काव के लिए अब बड़ी-भारी मशीन पीठ पर टांगने की जरूरत नहीं तो कृषि ड्रोन पर ₹240 सरकार सब्सिडी दे रही है चलिए जानते हैं कृषि ड्रोन के फायदे-
कृषि ड्रोन से खेतों में छिड़काव
किसान उत्पादन बढ़ाने के लिए खाद का, फसल को कीटो से बचाने के लिए कीटनाशक का और खरपतवार नियंत्रित करने के लिए शाकनाशी का छिड़काव करते हैं। जिसमें अधिकतर किसान स्प्रे मशीन का इस्तेमाल करते हैं, जो की भारी होती है, पीठ पर टांग कर किसानों को छिड़काव करना पड़ता है, जो की मेहनत भरा काम होता है। .
लेकिन अब किसान स्मार्ट हो सकते हैं कृषि ड्रोन का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिससे खेत में छिड़काव कुछ ही मिनट में हो जाएगा, और कम पानी भी लगेगा। इसलिए सरकार कृषि ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए किसानों को आर्थिक मदद दे रही है। आधा खर्चा उठा रही है। 50% अनुदान दे रही है।
कृषि ड्रोन के इस्तेमाल पर अनुदान
किसानों को कृषि ड्रोन के इस्तेमाल पर अनुदान दिया जा रहा है। जिसमें बता दे कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के पौधा संरक्षण विभाग द्वारा किसानों को यह सब्सिडी दी जा रही है। 1050 एकड़ भूमि में ड्रोन से छिड़काव करने का सरकार का लक्ष्य है। जिसमें एक किसान 15 एकड़ तक के क्षेत्र में दो बार ड्रोन से छिड़काव कर सकते हैं। प्रति एकड़ किसानों को 240 रुपए का अनुदान मिल रहा है। दरअसल 480 रुपए का खर्चा आ रहा है। जिसमें आधा खर्च सरकार किसानों की तरफ से उठा रही है। ताकि किसान इस कृषि ड्रोन का इस्तेमाल सस्ते में कर सके, और इसकी तरफ आकर्षित हो सके।
जो पहले आएगा उसे पहले मिलेगा लाभ
किसान भाई अगर आप कृषि ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए इच्छुक है तो आपको बता दे कि पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लाभ दिया जा रहा है। जिसमें पौधा संरक्षण विभाग में जाकर आवेदन करना होगा। किसान ऑनलाइन और ऑफलाइन भी आवेदन कर सकते हैं और इस योजना का फायदा उठा सकते हैं।
कृषि ड्रोन का इस्तेमाल कीटनाशक, कवकनाशी, तरल उर्वरक आदि का छिड़काव करने के लिए किसान भाई करते हैं। इससे खेत का निरीक्षण भी किया जा सकता है। इसमें मजदूरों की लागत कम होती है, तथा समय पर जल्दी काम होता है।