तुलसी के पौधे को सूखने से बचाने उसे हरा-भरा और घना रखने के लिए सिर्फ एक चम्मच यह चीज डालें, चलिए जानते हैं तुलसी की देखभाल कैसे करें-
तुलसी का पौधा
तुलसी का पौधा लोग कई बातों का ध्यान रखकर लगाते हैं जैसे कि यह धार्मिक रूप से पवित्र पौधा माना जाता है, इसकी पूजा की जाती है, साथ ही साथ यह औषधि रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है। जिसमें रामा और श्यामा तुलसी लगाई जाती है। श्यामा तुलसी का रंग गहरा होता है। जबकि रामा तुलसी हल्की हरे रंग में होती। श्यामा तुलसी में ज्यादा औषधीय तत्व होते हैं। चलिए इस लेख में आपको बताते हैं तुलसी के देखभाल कैसे करें, कौन सी 5 बातों का ध्यान रखें और एक चम्मच कौन से खाद है जिसे डालने से तुलसी का पौधा हरा भरा रहता है और विकास अच्छे से होता है।
पहला चरण
तुलसी का पौधा जिस जगह पर लगा रहे हैं ध्यान रखें पानी की निकासी बढ़िया हो। अगर गमले में लगा रहे हैं तो 7 से 8 इंच गमले का चयन करें। उसमें पानी निकलने के लिए छेंद करें। मिट्टी तैयार करने के लिए 70% बगीचे के मिट्टी में 30% रेट और गाय के गोबर की खाद मिलाकर पौधा लगाए। सर्दियों में पानी का ध्यान रखना चाहिए, 5 दिन में एक बार पानी देना चाहिए और रात में पाला से बचाने के लिए छाँव में रखे। पौधे को धूप वाली जगह पर लगाना चाहिए। तुलसी के पौधे को धूप पसंद होती है, पौधे का विकास बढ़िया होता है।
दूसरा चरण
पौधे लगाने के बाद अगर उसका विकास अच्छे से नहीं हो रहा है तो एक चम्मच ये सफेद चीज डालकर पौधे को क्लोरोफिल उत्पादन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। जिससे पत्ते ज्यादा आएंगे। पौधा हरा भरा घना होगा। जिस सफेद चीज की बात कर रहे है वह एप्सम सॉल्ट है। यहाँ पर 1 चम्मच एप्सम साल्ट 1 लीटर पानी में मिलाकर पौधे में छिड़कना है।
तीसरा चरण
पौधा लगाने के कुछ दिन बाद आपको पिचिंग कर देनी चाहिए। यानी कि पौधे का जो सबसे ऊपर का भाग होता है, टॉप एरिया उसको ऊपर से दो तीन पत्ती से काट देना है। हाथों से ही आप तोड़ सकते हैं। पिचिंग करने से क्या होता है की पौधा सीधे-सीधे लंबा नहीं होता है, घना होता है, चारों तरफ नई शाखाएं बनती है, डेढ़ फीट के पौधे में पिचिंग कर सकते हैं।
चौथा चरण
तुलसी के पौधे में कुछ समय बाद बीज बनने लगते हैं, जिसे मंजरी भी कहते हैं। जब पौधे में आपको मंजूरी यानी की बीज दिखाई दे तो उन्हें काट कर रख ले। जिनसे आप बाद में पौधे तैयार कर सकते हैं। अगर बीजों को पौधे से अलग नहीं किया जाता है तो पौधा पूरा पोषण बीज बनाने में लगा देता है, जिससे पौधा कमजोर भी होने लगता है, इस लिए समय पर मंजूरी भी हटा देनी चाहिए।
पांचवा चरण
सर्दियों में तुलसी के पौधे में कीट नजर आते हैं तो कीट अगर लग जाते हैं तो पौधा सूख भी सकता है। तब अगर कीट तुलसी की पत्तियों में नजर आते हैं तो उन्हें हटाने के लिए 10 बूंद नीम तेल, 1 लीटर पानी में अच्छे से मिलाकर प्रेशर के साथ पत्तियों में छिड़काव करें।