Gardening tips: बरसात में गुड़हल के पौधे की ऐसे करें देखभाल, एक मग ये खाद पौधे में दिखाएगी अपना कमाल हरा भरा फूलों से लदा होगा पौधा, जाने नाम

बरसात के दिनों में गुड़हल के पौधे में फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए ये खाद बहुत फायदेमंद साबित होती है। तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है कौन सी खाद है।

बरसात में गुड़हल के पौधे की ऐसे करें देखभाल

बरसात के मौसम में गुड़हल के पौधे में फूल खिलना बहुत कम हो जाते है इन दिनों पौधे की छटाई करनी चाहिए जिससे पौधे में नई-नई पत्तियां फुटकने लगती है। आज हम आपको गुड़हल के पौधे के लिए एक ऐसी खाद के बारे में बता रहे है जो गुड़हल के पौधे में फूलों की पैदावार को बढ़ाती है। इस खाद को अपने घर में ही आसानी से पौधे के लिए तैयार कर सकते है इसमें मौजूद तत्व पौधे को पोषण देने का काम करते है और पौधे में फूलों की उपज को भी बढ़ाते है। तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते है।

यह भी पढ़े

गुड़हल के पौधे में डालें ये खाद

गुड़हल के पौधे में डालने के लिए हम आपको आलू के छिलक, वर्मीकम्पोस्ट, नीम खली, गोबर की खाद और लकड़ी की राख के बारे में बता रहे है ये सब एक प्राकृतिक खाद के रूप में काम करते है आलू के छिलके में पोटेशियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे पोषक तत्व होते है जो पौधे में फूलों की उपज को बढ़ाते है और मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करते है जिससे पौधे की जड़ें मजबूत होती है। वर्मीकम्पोस्ट मिट्टी को भुरभुरा और उपजाऊ बनाती है जिससे पौधा स्वस्थ रहता है और अधिक फूल देता है। नीम खली और लकड़ी की राख पौधे में कीटनाशक का काम करती है ये पौधे को कीटों, मिलीबग और रोगों से बचाती है। गोबर की खाद में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व होते है जो गुड़हल के पौधे के लिए बहुत आवश्यक होते है। 

कैसे करें इस्तेमाल

गुड़हल के पौधे में आलू के छिलक, वर्मीकम्पोस्ट, नीम खली, गोबर की खाद और लकड़ी की राख का उपयोग बहुत ज्यादा उपयोगी और लाभकारी साबित होता है इनका उपयोग करने के लिए आलू के छिलक को धूप में सुखाकर पीसकर पाउडर बना लेना है फिर एक बर्तन में आलू के छिलक के पाउडर, एक मुट्टी वर्मीकम्पोस्ट, एक मुट्टी नीम खली, एक मुट्टी गोबर की खाद और एक मुट्टी लकड़ी की राख को डालना है और सबको मिक्स करके गुड़हल के पौधे में 2 मुट्ठी डालना है आप इस खाद को स्टोर करके भी रख सकते है। और इसका उपयोग महीने में 3 बार पौधे में कर सकते है। ऐसा करने से पौधे को भरपूर पोषण मिलेगा जिससे पौधे में कलियाँ खूब बनेगी और फूल खूब खिलेंगे।

यह भी पढ़े

नमस्ते दोस्तों, मैं नंदिनी । पिछले 2 साल से पत्रकारिता में काम कर रही हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती, बागवानी और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करती हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetitalks.com/ के साथ। धन्यवाद

Leave a Comment