Gardening tips: कड़कड़ाती ठंड में भी अनगिनत फूलों से लद जाएगा गुड़हल का पौधा, माली ने बताया राज की पौधे में बस डालें एक कप ये खाद, जाने नाम

सर्दियों का मौसम आते ही कुछ पौधे मुरझाने से लगते है इन्हीं पौधों में से एक है गुड़हल का पौधा भी जिसे पौष्टिक खाद की बहुत जरूरत होती है चलिए जानते है की गुड़हल के पौधे को कौन सी खाद देनी चाहिए और कैसे देखभाल करनी है।

ठंड में भी फूलों से लद जाएगा गुड़हल का पौधा

अक्सर कुछ लोगों को गार्डनिंग का बहुत शौक होता है और वह लोग बगीचे में पौधों की देखभाल करना समय-समय पर खाद पानी देना पौधों का ख्याल रखना बहुत पसंद करते है सर्दियों के मौसम में शीत लहर चलती है जिसमे इंसान तो क्या पौधे भी सूखने-मुरझाने लगते है और खासकर इस मौसम में गुड़हल का पौधा भी फूल देना कम कर देता है। इस मौसम में भी फूलों की पैदावार को बढ़ाने के लिए आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बता रहे है जो गुड़हल के पौधे के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है। इस चीज में अनगिनत पोषक तत्व होते है जो गुड़हल के पौधे को भरपूर पोषण देते है। तो चलिए जानते है कौन सी चीज है।

यह भी पढ़े Gardening tips: सर्दियों में तुलसी के पौधे की ऐसे करें देखभाल, किचन में रखी ये चीज पौधे में दिखाएगी शानदार कमाल, हरा-भरा-घना हो जाएगा पौधा

माली ने बताया राज की पौधे में डालें ये खाद

हम आपको गुड़हल के पौधे के लिए किचन में रखे आलू के बारे में बता रहे है आलू गुड़हल के पौधे के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद और असरदार होता है आलू में पोटाश, कैल्शियम, पोटैशियम, फास्फोरस जैसे अनगिनत पौष्टिक तत्व होते है। जो पौधे में फूलों की पैदावार को बढ़ाते है आलू से बनी खाद से गुड़हल के पौधे की जड़ें मज़बूत होती हैं और ग्रोथ भी बढ़ती है। आलू से गुड़हल के पौधे के लिए आसानी से होममेड फर्टिलाइजर बनाया जा सकता है। इस फर्टिलाइजर का इस्तेमाल गुड़हल के पौधे में जरूर करना चाहिए।

कैसे करें उपयोग

गुड़हल के पौधे में आलू से बने फर्टिलाइजर का उपयोग बहुत गुणकारी और उपयोगी साबित होता है इसका उपयोग करने के लिए एक बड़े साइज का आलू लें और उसे मिक्सर में बारीक पीस लें पीसने के बाद 2 लीटर पानी में आलू के घोल को अच्छे से मिला लें। फिर एक कप इस फर्टिलाइजर को गुड़हल के पौधे की जड़ में डालें। ऐसा करने से पौधे को जरुरी पोषक तत्व मिलेंगे और पौधा फूलों से भर जायेगा। ध्यान रहे इस फर्टिलाइजर का उपयोग सिर्फ महीने में एक या दो बार ही करना है।

नमस्ते दोस्तों, मैं नंदिनी । पिछले 2 साल से पत्रकारिता में काम कर रही हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती, बागवानी और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करती हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetitalks.com/ के साथ। धन्यवाद