Gardening Tips: यहां आपको मोगरा के लिए घर पर बनी खाद और कीटनाशक की जानकारी दी जाएगी. अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे तो मोगरा की सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी.
मोगरा में होने वाली समस्याएं
मोगरा का फूल सुंदर और सुगंधित होता है. अगर आप जैविक खाद का इस्तेमाल करेंगे तो मोगरा के फूल से अच्छी खुशबू आएगी. मोगरा का फूल गर्मियों में ज्यादा खिलता है, लेकिन इसमें कीट, फंगस, कीड़े आदि की समस्या होती है. पत्तियां पीली होकर मुरझाने लगती हैं. कलियां बनने के बाद टूट जाती हैं और फूल नहीं आते. तो चलिए इस लेख में आपको इन समस्याओं का समाधान बताते हैं.
मोगरा में डालें ये खाद का मिश्रण
मोगरा के पौधे को पूरा पोषण देने के लिए यहां हम आपको खाद बताने जा रहे हैं। जिसमें चाय की पत्ती, नीमखली, लकड़ी की राख, केले का छिलका, पत्तों की खाद आदि का इस्तेमाल करना होगा. जिसके लिए सबसे पहले मिट्टी को हल्का खोदना होगा. ऊपर की परत हटा दें।
उसके बाद एक मुठ्ठी नीम की खली और दो मुट्ठी पत्तियों की खाद या गोबर की दो साल पुरानी खाद, दो चम्मच लकड़ी की राख और दो चम्मच केले के छिलके का पाउडर मिलाएँ, इसे फिर से मिट्टी में मिलाएँ और शुरू में जो हल्की निकाली गई मिट्टी है उससे ढक दें।

इस पानी को मिट्टी में डालें
इसके बाद आपको मिट्टी में सादा पानी नहीं डालना है, बल्कि एक चम्मच चाय की पत्तियों को, 1 लीटर पानी में कुछ घंटों के लिए भिगोना है, जब पानी का रंग बदल जाए, तो आपको यह पानी मिट्टी में डालना है। इससे पौधे का विकास होगा।
मोगरा के लिए स्प्रे
अगर पौधे में फंगस, कीट, चींटी, जाला आदि की समस्या है तो यहां हम एक स्प्रे के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसमें आपको एक प्याज लेना है, उसे मिक्सी में पीस लें और फिर इस रस को एक बर्तन में छान लें, फिर इसमें 1 लीटर पानी डालें और आधा चम्मच बेकिंग सोडा डालें और फिर आप इसे पौधों पर स्प्रे कर सकते हैं, इससे फंगस, कीट और जेल से बचाव होगा,
यह फफूंदनाशक के रूप में काम करेगा, आप इस पानी को मिट्टी में भी डाल सकते हैं, जिससे जड़ों का विकास भी होगा। मोगरा को लाभ होता है।
पानी और धूप का रखे ध्यान
गर्मियों में मोगरा को पानी समय पर देना होगा। मिट्टी में नमी बनाए रखनी होगी ताकि जड़ों तक पानी पहुंचे और पौधे में अधिक फूल खिलें। पौधों को 7 से 8 घंटे धूप की जरूरत होती है, इसलिए उन्हें धूप वाली जगह पर रखें। जो फूल खिल गए हैं उन्हें सूखने से पहले तोड़कर अलग कर दें। अगर आप कटिंग करेंगे तो वहां से नई शाखाएं आएंगी।