मध्य प्रदेश के किसानों को गाय-भैंस का पालन करने के लिए भारी सब्सिडी दी जा रही है तो चलिए आपको योजना का नाम, पात्रता आवेदन की प्रक्रिया बताते हैं-
पशुपालन में कमाई
गाय-भैंस जैसे दुधारू पशुओं का पालन करके अच्छी खासी कमाई की जा सकती है। जिसमें गाय के दूध की कीमत गोबर की कीमत अधिक मिलती है। वही भैंस की बात करें तो बैंक से ज्यादा मात्रा में दूध मिलता है और उसकी भी डिमांड अधिक होती है। इसीलिए मध्य प्रदेश सरकार बेरोजगारी दूर करने के लिए, आय में वृद्धि करने के लिए मध्य प्रदेश दुधारू पशु प्रदाय योजना चला रही है। चलिए आपको बताते हैं इस योजना का लाभ किसे और कितना मिलेगा।
मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना
मध्य प्रदेश की दुधारू पशु प्रदाय योजना के तहत दो दुधारू पशु के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। जिसमें गाय का पालन करने पर उन्हें 1,70,325 रु की आर्थिक मदद की जाती है। भैंस का पालन करने में 2,18,400 रु की सब्सिडी दी जाती है। यहां पर इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को 90% की सब्सिडी मिलती है। जिसमें कुल लागत का 90% सरकार देती है, जबकि 10% हितग्राही को खर्च करना पड़ता है। योजना का लाभ सबसे पहले प्रदेश के उन हितग्राहियों को मिलेगा जो कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक समुदाय, पिछड़ा वर्ग आदि से संपर्क रखते हैं। जिनके परिवार के आय एक लाख रुपए से कम है।
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आवश्यक दस्तावेज
अगर आप मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो इसके लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होगी। जिसे नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार पढ़ सकते हैं-
- आवेदक पशुपालक किस का आधार कार्ड
- समग्र आईडी
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक खाते का विवरण।
आवेदन की प्रक्रिया
किसानों को यहां पर फ्री में आवेदन पत्र दिए जा रहे हैं। जिन्हें अच्छे से पढ़कर वह आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा कर सकते हैं। यह आवेदन पत्र किसानों को पशुपालन एवं डेयरी विभाग विकास के कार्यालय में मिल जाएगा। जिला स्तर पर ही समितियां का गठन होगा और वही योजना के तहत मिलने वाले लाभ में हितग्राहियों की मदद करेंगे।