किसानों द्वारा टमाटर और शिमला मिर्च मुफ्त में बांटा जा रहा है। मवेशियों को भी फसल खिलाई जा रही है। चलिए आपको बताते हैं इसका कारण क्या है, और कहां पर किसानों पर यह संकट आया है-
फ्री में बांट रहे टमाटर और शिमला मिर्च
किसानों द्वारा मुफ्त में टमाटर और शिमला मिर्च दिया जा रहा है। जिससे लोग बिना ₹1 दिए झोले भरकर टमाटर और शिमला मिर्च घर ले जा रहे हैं। कुछ किसानों ने खेत से ही लोगों को मुफ्त में बांटना शुरू कर दिया है। आसपास के गांव वालों को फ्री में सब्जी ले जाने के लिए बुला दिया है। कुछ टमाटर सड़कों पर भी फेंक दिए जा रहे हैं। जिससे मवेशी अपना पेट भर रहे हैं। मवेशियों के लिए यह किसी दावत से कम नहीं है और लोगों को भी मुफ्त में टमाटर शिमला मिर्च खाने को मिल रहा है।
यह घटना जबलपुर, मध्य प्रदेश की है किसान फ्री में अपनी फसल बांटने को तैयार है। किसानों का कहना है 2 से 3 महीने हो गए हैं उन्हें ₹1 खेती से फायदा नहीं हो रहा है।
नहीं निकल रही खेती की लागत
मध्य प्रदेश के जबलपुर में टमाटर और शिमला मिर्च की खेती करने वाले किसान बहुत ज्यादा परेशान है। 20 से 25 एकड़ में फसलों की खेती की है, और ₹1 का फायदा नहीं हो रहा है। करीब 4 महीने से भाव लगातार गिरते जा रहे हैं। जिससे लागत तक नहीं निकल रही है। खेतों में अब किसी तरह का कीटनाशक या उर्वरक नहीं डाल सकते हैं।
क्योंकि उन्हें बिल्कुल फायदा नहीं हो रहा है। जिससे फसल में रोग बीमारी भी लग रही है। जिन फसलों में उन्हें रोग बीमारी नजर आ रही है या बहुत दिन से वह लगे हुए हैं तो उनको मवेशियों को खिला देते हैं। गांव वालों को फ्री में बांट रहे हैं। चलिए आपको फसलों की कीमत कितनी है वह बताते हैं।

₹3 शिमला मिर्च, ₹1 टमाटर
टमाटर की कीमत की बात करें तो मंडी में ₹1, ₹2 किलो जा रहा है। वही शिमला मिर्च ₹3, ₹4 किलो जा रही है। जिसकी वजह से किसानों को नुकसान हो रहा है। ₹50 कैरेट में टमाटर कुछ महीने से जा रहा है। किसानों का कहना है की ₹6 तो टमाटर की लागत निकल आती है खेती में। वही कीमत अगर ₹1, ₹2 मिलेगी तो उसकी तुड़ाई भी नहीं निकलेगी।
किसानों को टमाटर तोड़ने में ₹1 लग जाते हैं, और जिस तरह कीमत गिर रही है किसानों को ₹1 फायदा तो छोड़ो लागत भी नहीं निकल रही है। जिसकी वजह से वह फ्री में टमाटर बेच रहे हैं। क्योंकि अगर टमाटर तोड़ने के लिए मजदूर लगाएंगे, उसे मंडी तक ले जाएंगे तो मजदूरी और परिवहन का खर्चा आएगा।