फल-फूल लगाने वाले लोगों को खाद की जरूरत पड़ती है। इस लेख में हम जानेंगे कि घर पर जैविक खाद किस तरीके से तैयार करें और इसके फायदे क्या है।
जैविक खाद डालने के फायदे
पौधों को सही विकास देने के लिए ज्यादा, फूल फल प्राप्त करने के लिए खाद की जरूरत पड़ती है। जिसमें खर्चा भी आता है। लेकिन हम आपको कम से कम खर्चे में खेती करने का तरीका बताते रहते हैं। जिसमें आज हम घर पर जैविक खाद बनाने का तरीका जानेंगे। जैविक खाद डालने से जो सब्जी प्राप्त होती है वह सेहत के लिए फायदेमंद होती है। उसमें किसी तरह का केमिकल नहीं होता तो इसे सेहत को अनेकों फायदे होते हैं, शरीर बीमार नहीं पड़ता, तो दवाई का खर्चा भी बच जाता है, तो चलिए आपको इसे बनाने का तरीका भी बताते है।
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जैविक खाद और उसे बनाने का तरीका
नीचे लिखे चार बिंदुओं के अनुसार जैविक खाद और उन्हें बनाने के तरीकों के बारे में जानिए।
- सबसे पहले हम गोबर खाद की बात करेंगे। गोबर की शक्तिशाली खाद आप घर पर तैयार कर सकते हैं। जिसे बनाने के लिए 5-5 किलो गोबर और गोमूत्र की जरूरत है। आधा-आधा किलो बेसन और गुड़ लेना है। इन सब चीजों को एक मटके में डालकर 5 लीटर पानी मिलाना है। फिर इसे छांव वाली जगह पर रखना है और हर दिन एक डंडे की सहायता से इसे मिलाना है। करीब 8 दिन में यह खाद बन जाती है जैसे आप मिट्टी की खुदाई करके पौधों को दे सकते हैं पौधा लगाते समय भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
- इसके बाद हम दूसरी खाद की बात कर लेते हैं। सब्जी फल के छिलकों से तैयार की गई खाद की, जिसे किचन वेस्ट भी कहा जाता है। किचन वेस्ट खाद बनाने के लिए सब्जी और फल के छिलकों को इकट्ठा किया जाता है। अगर आप चाहे तो इन्हें छोटे टुकड़ों में काट भी सकते हैं। जितने आप छिलके लेंगे उसके बराबर मात्रा में ही गोबर मिला लीजिए और दोगुनी मात्रा में पानी डालकर एक बर्तन में इन सभी चीजों को अच्छे से मिलाकर छांव वाली जगह पर रखना है। इसमें आप चाहे तो बहुत थोड़ी मात्रा में गुड़ भी डाल सकते हैं। फिर रोजाना आपको डंडे से इसे भी चलाते रहना है 10-11 दिन के भीतर यह खाद तैयार हो जाएगी इसे भी आप मिट्टी में मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
- चाय पत्ती की खाद मुफ्त की खाद होती है। इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती को धोकर सुखाकर मिट्टी में मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें इन्हें अच्छे से पानी में धोना है। ताकि अगर उसमें शक्कर मिला है तो अलग हो जाए, दूध अलग हो जाए, नहीं तो पौधे में चींटी लग सकती है। अच्छे से धोने के बाद 2 दिन की धूप में सुखाएं और एक गमलें में दो चम्मच की मात्रा में इस्तेमाल करें।
- कोकोपीट खाद भी घर पर तैयार की जा सकती हैं। मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए यह खाद बढ़िया है। मिट्टी में नमी भी बनाए रखती है। इसे बनाने के लिए नारियल के छिलकों को बारीक टुकड़ों में काटा जाता है और फिर पीसकर पाउडर बनाया जाता है। इसके बाद एक दिन के लिए इन्हें पानी में भिगोकर रखें और निचोड़कर मिट्टी में मिलाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।