इस लेख में आपको मिर्च के पौधे से अधिक उपज प्राप्त करने का तरीका बताया गया है, जिसमें आप गमले से भी कर सकते हैं-
मिर्च की पैदावार बढ़ेगी
अगर आपने मिर्च का पौधा गमले में या जमीन पर लगाया है या लगाने की सोच रहे हैं तो इस लेख में आपको बहुत अच्छी जानकारी मिलने वाली है, जिससे मिर्च की पैदावार अधिक होगी, बाजार से मिर्च खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिसमें सबसे पहले आपको अच्छी किस्म की मिर्च लगानी चाहिए, भाटे वाली और मुनासे वाली मिर्च अच्छी होती है। मिर्च की कई किस्में ऐसी होती हैं जो 12 महीने फल देती हैं, कुछ मौसम के हिसाब से आती हैं, जिसमें पहले दूसरे स्थान पर पौधे तैयार करें और फिर उनकी रोपाई करें, अगर आप गमले में लगाना चाहते हैं तो पौधे तैयार करते समय गमले में मिट्टी तैयार कर लें, तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

मिर्च के लिए गमला, मिट्टी और पानी
अगर आप गमले में पौधे लगा रहे हैं तो 12 से 14 इंच का गमला लें, छोटा गमला न लें। रोज़ थोड़ा-थोड़ा पानी दें। अगर पौधा छोटा है तो सिर्फ़ एक गिलास पानी दें। पूरे गमले की मिट्टी को गीला रखें। जल निकासी का ध्यान रखें। अगर पानी रुका तो जड़ें सड़ने लगती हैं। पौधा लगाते समय खाद और मिट्टी को बराबर मात्रा में मिलाकर उसमें पौधा लगाएं। रोज़ पानी न भरें। पौधे को घना बनाने के लिए छोटी उम्र से ही उसे पिंच करते रहें यानी शाखा के ऊपरी हिस्से को थोड़ा-थोड़ा काटते रहें। इससे नई शाखाएँ आएंगी। पौधा गोल और घना होगा।
मिर्च के लिए खाद
अब खाद की बात करें तो जब पौधे में फूल आते हैं, तो आपको उस समय खाद देने की जरूरत है। साथ ही, जब आपको पौधे में अच्छे फूल दिखें, तो आपको पौधे को धीरे से हिला दना है। साथ ही, पौधे के अलग-अलग हिस्सों में शहद की दो-तीन बूंदें डालें, ताकि मधुमक्खियां आये, परागण हो। खाद की बात करें तो आप सीवीड तरल खाद ले सकते हैं। जिसमें आधा लीटर या 1 लीटर पानी में एक चम्मच सीवीड खाद मिलाकर मिट्टी में डालें। उतना ही पानी लें, जितना आपकी मिट्टी को चाहिए।
सीवीड- समुद्री शैवाल खाद है इसमें जिंक, नाइट्रोजन, फास्फोरस जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं जो पौधों को तनाव से बचाने और उनकी विकास को बढ़ावा देने में सहायक है।
मिर्च के पौधों के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम युक्त संतुलित उर्वरक का उपयोग करना सबसे अच्छा है। इससे पौधे को पूरा पोषण मिलता है।