फरवरी में करें लोबिया की खेती 60 से ₹100 तक मिलेगा मंडी भाव, जानिये खेती का सही समय और तरीका

लोबिया की खेती करके किसान अच्छी खासी कमाई 1 एकड़ की जमीन से कर सकते हैं तो चलिए आपको बताते हैं खेती कम खर्चे में कैसे करें-

लोबिया की खेती

लोबिया की खेती करने के सही समय की बात करें तो 15 फरवरी के बाद किसान लोबिया की खेती कर सकते हैं और मार्च में भी लोबिया की खेती कर सकते हैं। लोबिया की खेती कम खर्चीली खेती है। इससे कोई भी किसान इसकी खेती से अच्छी कमाई कर सकता है जिनके पास खेती का तजुर्बा नहीं है वह भी इसकी खेती कर सकते हैं। इसकी खेती के लिए मल्चिंग, ड्रिप इरीगेशन जरूरत नहीं है, आसानी से इसकी खेती की जा सकती है तो चलिए आपको बताते हैं कि इसकी खेती में किन बातों का ध्यान रखें।

कैसे करें लोबिया की खेती

  • लोबिया की खेती के लिए दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है।
  • जिसके लिए दो से तीन बार बढ़िया से खेत की जुताई करके समतल बनाकर खेती करें।
  • लोबिया की खेती के लिए बढ़िया पानी की निकासी वाली जमीन का चयन करें। जहां पर पानी रुकना नहीं चाहिए।
  • बुवाई से पहले बीजों का उपचार करें। जिससे किसी तरह की कोई समस्या नहीं आए।
  • वैसे तो लोबिया की खेती में किसी तरह की रोग बीमारी नहीं आती। जिससे कीटनाशक किया इस प्रकार का खर्चा भी बच जाता है।
  • तापमान बढ़ता है उस समय एक से दो बार इसकी सिंचाई कर सकते हैं। यानी की कम पानी में भी लोबिया की खेती की जा सकती है।
  • बुवाई करने के 20-25 दिन बाद गुड़ाई करें।
  • लोबिया की फसल में तीन से चार बार जुताई की जाती है।
  • अगर समय पर तुड़ाई करेंगे तो पैदावार और अधिक मिलेगी।
  • लोबिया की फसल 40 से 60 दिनों के भीतर तैयार हो जाती है।
  • लोबिया की खेती करने के लिए किसानों को बढ़िया वैरायटी का चयन करना चाहिए। जिसकी मंडी में अच्छी कीमत मिलती हो।
  • बेसल डोज में किसान एक से दो ट्रॉली गोबर की खाद दे सकते हैं।
  • डीएपी खाद देना चाहते हैं तो 30 किलो डीएपी खाद दे सकते हैं।
  • फरवरी में लोबिया की खेती करते हैं तो इसमें रोग बीमारी नहीं आएगी। स्प्रे का खर्चा नहीं बैठता है।
  • बरसात में कुछ बीमारियां देखने को मिल सकती हैं।

यह भी पढ़े- MP के किसानों के खाते में ₹10 हजार देगी सरकार, धान की खेती की थी? तो जानिए कैसे मिलेगा लाभ

लोबिया की खेती में खर्च और कमाई

लोबिया की खेती कम खर्चीली खेती में गिनी जाती है। इसकी खेती के लिए एक एकड़ में करीब 5 किलो बीजों की जरूरत पड़ती है, जिनकी कीमत 200 से 300 होती है। गोबर की खाद में भी इसकी खेती कर सकते हैं। जिसमें एक दो ट्रॉली खाद का खर्चा आएगा, जुताई का खर्चा इसमें आएगा, सिंचाई एक दो सिंचाई में खेती हो जाती है।

यानी की खेती इसकी कम खर्चे में कर सकते हैं। तुड़ाई अगर किसान खुद करना चाहे तो वह लागत भी नहीं बैठती है। वही कमाई की बात करें तो अगर 60 से ₹70 भी मंडी भाव कम से कम मिल जाता है तो भी एक एकड़ से 1 लाख तक कमा सकते हैं। लेकिन कीमत ज्यादा हुई तो कमाई भी ज्यादा हो जाती है।

यह भी पढ़े- खेत से चिड़िया भगाने का यह जुगाड़ है जबरदस्त, बिना ₹1 खर्चे के सभी जंगली जानवर खेत से रहेंगे दूर

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद 

Leave a Comment