पाउडरी फफूंद सब्जी जैसे कई फसलों में लगता है जिनके बारे में इस लेख में जानकारी दी गई है और कौन-से घरेलू दो उपाय हैं जिनसे पाउडरी फफूंद के संक्रमण को दूर किया जा सकता है इसके बारे में भी जानेंगे-
फसल बर्बाद कर देगा ये पाउडरी फफूंद
सब्जियों की फसलों में कई तरह की रोग बीमारी आती है। जिसमें पाउडरी फफूंद भी है यह एक कवक रोग है। जिससे पैदावार घट जाती है। पौधे का विकास रुक जाता है। इससे पत्तों के ऊपर सफेद दाग, चकत्ते पड़ने लगते हैं। जिससे धीरे-धीरे पत्ते पीले पड़ जाते हैं और सूख जाते हैं। इस रोग के होने का एक कारण यह भी होता है कि जब पास-पास में सब्जियों के पौधे लगा देते हैं जिससे धूप उन में कम लगती है। इसके अलावा तापमान गिरने से भी यह रोग फैलता है। जैसे कि समय ज्यादा ठंडी पड़ने लगी है।
यह रोग ज्यादातर बेल वर्गीय फसलों में होते हैं। जिनकी पत्तियां मोटी होती है तो चलिए आपको बताते हैं कौन-कौन सी फसलों में इसका प्रकोप देखने को मिल सकता है।
पाउडरी फफूंद किन फसलों में होते है ?
यह पाउडरी फफूंदी रोग कई फसलों में हो जाता है। जिसमें ककड़ी, तोरी, कद्दू, अंगूर, सेम, टमाटर, खरबूजे, सूरजमुखी, अनाज, घास, सजावटी पौधे, झाड़ियां, फलों के पेड़ और चौड़ी पत्ती वाले छायादार पेड़ आदि आते है।
पाउडरी फफूंद का घरेलु उपचार
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार इसके दो घरेलू उपाय जाने-
- पाउडरी फफूंद को दूर करने का एक घरेलू उपाय है कि आधा गिलास कच्चा दूध में एक गिलास साफ पानी अच्छे से मिलाकर पत्ते के ऊपर और नीचे स्प्रे करें।
- इसके अलावा दूसरा उपाय है कि आधा चम्मच बेकिंग सोडा 1 लीटर पानी में मिलाना है उसमें थोड़ा सा लिक्विड शोप डालकर अच्छे से मिक्स करके पत्तों में छिड़कना है।
फसलों में कोई भी स्प्रे आप सुबह या शाम के समय करें। दोपहर में ना करें। धूप में स्प्रे नहीं किया जाता है। इससे फसल खराब हो सकती है। इस बीमारी से फसल को बचाने के लिए बढ़िया दूरी पर फसलों की बुवाई करनी चाहिए। ताकि हवा धूप सब कुछ अच्छी फसलों को मिले। अगर घरेलू उपाय से समाधान नहीं होता है तो कुछ केमिकल वाली दवाइयां भी बाजार में मिलती है। उनका स्प्रे कर सकते हैं। जिसमें सल्फर का स्प्रे, ट्रिकोडरमा का स्प्रे, कांटेक्ट बेस्ड स्प्रे, बैसिलस सबटिलिस का स्प्रे कर सकते हैं।