लौकी की बेल में फूल-फल अधिक मात्रा में लेने के लिए कौन सी खाद डालें, पौधे की देखभाल कैसे करें चलिए इस लेख में जानें।
लौकी सेहत के लिए फायदेमंद
लौकी सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद हरी सब्जी है। आप घर पर आसानी से लौकी लगा सकते हैं। लौकी में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं जिनसे पाचन तंदुरुस्त रहता है, किडनी स्वस्थ रहती है, शरीर तनाव मुक्त रहता है, इम्यूनिटी तेज होती है, जिससे जल्दी बीमारियां नहीं लगती, दिमाग भी तेज होता है तो अगर आपने भी अपने घर में लौकी का पौधा लगा रखा है तो चलिए जानते हैं इसकी देखभाल कैसे करें, कौन सी खाद दें, जिससे अधिक फल फूल आये।
लौकी के पौधे की देखभाल
- लौकी के पौधे को ज्यादा पानी नहीं देना है कि जेड सड़ जाए या फंगस आदि की समस्या आ जाए। मिट्टी में नमी बनाकर रखना है। लेकिन बहुत अधिक पानी नहीं देना है।
- अगर लौकी में फूल बन रहे हैं लेकिन फल नहीं बन पा रहे हैं तो इसके लिए परागण ना होने की समस्या हो सकती है। जिसके लिए पौधे के आसपास पीले फूल लगाना चाहिए। ताकि परागण करने वाले कीड़े आए और फूलों के जरिए परागण करें और फूलों से ज्यादा मात्रा में फल बने।
- परागण के लिए अगर आपके यहां पीले फूल की आकर्षित करने के लिए नहीं है तो 25 ग्राम शहद पानी में मिलाकर पौधों में छिड़क सकते हैं शहद से भी कीट आकर्षित होंगे।
- समय समय पर 15 दिन में गुड़ाई करें और खरपतवार निकाल दे। गुड़ाई करते समय यह ध्यान रखें की जड़ों को नुकसान ना हो।
- पौधा जब लगाते हैं उस समय भी पुरानी सड़ी गोबर की खाद मिट्टी में मिलाएं।
- जब निराई गुड़ाई करते हैं तो उस समय 50 या 100 ग्राम पौधे के आकार के अनुसार, यानी कि छोटा या बड़ा है उस हिसाब से वर्मी कंपोस्ट या गोबर की खाद दें।
लौकी के लिए खाद
अगर पौधे को पोषण नहीं मिलेगा तो फल की मात्रा कम हो जाएगी या फिर फल जल्दी झड़ जाएंगे या उनका आकार छोटा होगा तो चलिए नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिए कौन-कौन सी खाद देना है।
- यहां पर लौकी के पौधे को आपको करीब चार खाद देनी है। जिसमें सबसे पहले मिट्टी की गुड़ाई करना है और फिर 50 ग्राम राख डालें। लकड़ी जलने के बाद जो पाउडर निकलता है हम उस राख की बात कर रहे हैं।
- इसके बाद 8 से 10 ग्राम डीएपी खाद दे सकते हैं, करीब एक चम्मच।
- फिर इन दोनों चीजों को मिट्टी में अच्छे से मिला देना है।
- इसके बाद 25 ग्राम सरसों की खली लेनी है और उसे एक कटोरी पानी में भिगोकर 10 ग्राम यानी कि एक चम्मच के करीब पोटाश मिलाना है और इन दोनों चीजों को बढ़िया से मिक्स करके मिट्टी में डाल देना है।