राज्य सरकार किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कुओं पर सब्सिडी दे रही है, जिसमें अब किसानों को 4 की जगह 5 लाख रुपए मिलेंगे-
सिंचाई की सुविधा
फसल की समय पर सिंचाई होगी, खेतों में पानी जाएगा, तभी किसानों को अच्छा उत्पादन मिलेगा, इसके लिए सरकार किसानों की मदद भी करती है, सिंचाई से जुड़ी कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं, कुछ योजनाएं केंद्र सरकार की हैं तो कुछ योजनाएं राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही हैं, जिसमें आज हम बात कर रहे हैं महाराष्ट्र के किसानों की, जहां किसानों को कुआं खोदने पर 5 लाख रुपए की सब्सिडी दी जाएगी।
अभी तक किसानों को 4 लाख रुपए की सब्सिडी मिलती थी, लेकिन अब सब्सिडी में 1लाख रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई है, सरकार का उद्देश्य है कि ज्यादा से ज्यादा खेतों में समय पर सिंचाई हो, किसानों की मेहनत रंग लाए। प्रदेश के खेती योग्य भूमि पर खेती होनी चाहिए, पानी की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।

किसे मिलेगा योजना का लाभ
महाराष्ट्र के किसानों को मनरेगा यानी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत कुआं खोदने के लिए सब्सिडी दी जा रही है, जिसमें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के बीपीएल परिवारों के साथ-साथ विकलांग, महिला मुखिया वाले परिवार, इंदिरा आवास योजना के लाभार्थी और छोटे, सीमांत किसानों को योजना का लाभ दिया जाएगा ताकि वे कुआं खोदकर अच्छी आय अर्जित कर सकें। इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदकों के पास कम से कम 1 एकड़ खेती योग्य भूमि होनी चाहिए, तभी वे कुएं का लाभ ले पाएंगे, इसीलिए सरकार ने यह शर्त रखी है।
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लाभ पाने के लिए कहां संपर्क करें
कुएं से खेतों की सिंचाई एक पुरानी परंपरा है। कुआं खोदकर जमीन के अंदर से पानी निकाल सकते हैं और साथ ही बारिश के मौसम में पानी भी इकट्ठा हो जाता है, इसलिए यह सिंचाई का एक अच्छा साधन है। अगर कुआं बनाना चाहते हैं तो महाराष्ट्र के किसानों को 5 लाख रुपए तक की सब्सिडी मिल रही है। जिसका लाभ लेने के लिए आप गांव की ग्राम पंचायत में आवेदन कर सकते हैं। इसकी जानकारी ग्राम सेवक और संबंधित विभाग से दी जा रही है।
आवेदन के बाद किसानों का चयन किया जाएगा, उसके बाद काम शुरू होगा और काम पूरा होने के बाद किसानों को बैंक में सब्सिडी दी जाएगी। उनके खाते में पैसे भेजे जाते हैं जिससे उन्हें आर्थिक मदद मिलती है।