इस लेख में आपको एक ऐसे किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे है जो खेती का तरीका बदलकर लागत कम कर रहे है और नई फसल से ज्यादा मुनाफा कमा रहे है-
किसान की सफलता की कहानी
अगर खेती का खर्च कम होगा तो किसान का मुनाफा जरूर बढ़ेगा, ऐसे में किसान को कोई भी फसल लगाने से पहले थोड़ा सोचना चाहिए, कुछ किसान ऐसे भी हैं जो आज भी परंपरागत खेती कर रहे हैं, परंपरागत तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे मुनाफा नहीं हो रहा, वहीं कुछ किसान नवीन फसलों के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं और प्राकृतिक खेती की ओर झुक रहे हैं, जिसमें आज हम बात कर रहे हैं भावनगर निवासी किसान गंभीर सिंह गोहिल की, जो अब प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और पहले वे कपास की खेती करते थे, लेकिन अब उन्होंने नई फसल लगाई है, जिससे मुनाफा लाखों में बढ़ गया है।
प्राकृतिक खेती से लागत कम, मुनाफा ज्यादा
सबसे पहले बात करते हैं उनकी खेती के तरीके की, अब वे प्राकृतिक खेती करते हैं, जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं, जिससे रासायनिक खाद का खर्च कम हो जाता है खाद और देशी खाद जीवामृत, बीजामृत की वजह से उनकी उपज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो रही है, जमीन उपजाऊ हो रही है। आपको बता दें कि जैविक खेती से तैयार उपज का दाम भी ज्यादा मिलता है, बस मार्केटिंग स्किल अच्छी होनी चाहिए। प्राकृतिक खेती में किसान गोबर की खाद, वर्मी कंपोस्ट का भी इस्तेमाल करते है।
इसके लिए सरकार किसानों को सब्सिडी भी दे रही है। उन्होंने खेत के हर कोने में पौधे लगाए हैं, जमीन का हर हिस्सा इस्तेमाल हो रहा है, तो आइए जानते हैं कौन-कौन सी फसल उगाते हैं।
किसान ने इस नई फसल से चमकाई किस्मत
किसान का कहना है कि अन्य किसानों को भी खेती से आमदनी बढ़ाने के लिए नई तकनीक अपनानी चाहिए और फसलों पर भी गौर करना चाहिए, जिसमें उन्होंने बताया कि कपास के साथ-साथ अब उन्होंने सरगवा की खेती भी शुरू कर दी है, जिसे ड्रमस्टिक मोरिंगा कहते हैं, इसके अलावा वह जैविक तरीके से ज्वार की खेती भी करते हैं। उन्होंने बताया कि तीन बीघा जमीन में उन्होंने करीब 1000 सरगवा के पौधे लगाए हैं, इसके अलावा वह दूसरी फसलें भी उगाते हैं।

वह बताते हैं कि सरगवा स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, सहजन के पेड़ का हर हिस्सा बिकता है, पत्ती, बीज, फल सब कुछ बिकता है। क्योंकि यह बहुत फायदेमंद है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि इसका बीज ₹5500 प्रति किलो है। इसके फल की सब्जी बनाई जाती है, जिसकी इस समय काफी मांग है। अब सीजन भी खत्म हो रहा है। बीज बिक रहे हैं। लोग इसके पत्तों का भी इस्तेमाल करते हैं।
आय में बढ़ोतरी
किसान बताते हैं कि उन्होंने खेती का तरीका बदला, नई फसल लगाई, इसलिए उनकी आय में बढ़ोतरी हुई है। वे उसी जमीन में पहले से ज्यादा कमाई कर रहे हैं। वे इंटरक्रॉपिंग लगाकर कमाई करते हैं और उनका कहना है कि सहजन की खेती में 1000 पौधों से करीब 1 लाख रुपए की कमाई होगी। सहजन के बीज का इस्तेमाल कई तरह से किया जाता है। औषधीय तौर पर इसकी मांग है। इससे तेल निकाला जाता है। खेती के लिए भी इसकी मांग है। इसके बीजों का कई तरह से सेवन किया जाता है जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।