खेती से महीने के 50 हजार रु कमाने है तो जानिए प्रगतिशील किसान की सफलता की कहानी, जो की 2005 से खेती कर रहे हैं

इस लेख में हम जानेंगे कि खेती को कैसे आसान बनाया जाए, कैसे कमाएं 50000 रुपए महीना, कैसे बनाएं बंजर जमीन को उपजाऊ-

किसान की सफलता की कहानी

हमारे देश में कई प्रगतिशील किसान हैं जो पढ़-लिखकर खेती की ओर बढ़ रहे हैं और समाज में दूसरे लोगों के बीच प्रेरणा का स्रोत बन रहे हैं, जिसमें आज हम झारखंड के एक किसान की बात कर रहे हैं जिनका नाम अजय साहू है और वो पूरी तरह से जैविक खेती करते हैं, किसी भी तरह की रासायनिक खाद का इस्तेमाल नहीं करते, जबकि उनकी जमीन बंजर थी।

उन्होंने उसे उपजाऊ बनाया और आज वो खेती से 50000 रुपए महीना कमा रहे हैं, उन्होंने 2005 से खेती शुरू की, 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद उन्होंने अपने पिता को खेती करते देखा, लेकिन खेती का तरीका बदलकर उन्होंने आज अपना नाम बना लिया है, तो आइए आपको बताते हैं उनकी सफलता की कहानी, वो कौन सी सब्जियां उगाते हैं।

वो पूरे साल इन सब्जियों की खेती करते हैं

सब्जी की खेती में किसानों को ज्यादा मुनाफा हो रहा है और वह बताते हैं कि उन्हें अच्छी कीमत भी मिलती है जिसमें नेनुआ, कद्दू, टमाटर जैसी फसलें उगाई जाती हैं जिसमें हर दिन उनके 40 कट्ठा खेत से 100 किलो नेनुआ निकलता है जिसे वह पास के थोक बाजार में बेचते हैं। नेनुआ की फसल करीब 45 दिन में तैयार हो जाती है और फिर 90 दिन तक उत्पादन देती है जिससे किसान को अच्छी आमदनी होती है। उन्होंने खेती को आसान और कम खर्चीला बनाने का तरीका भी बताया है तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।

किसान कम जमीन में भी सब्जियों की खेती कर सकते है। जिसमें नुकसान से बचने के लिए किसानों को एक ही जमीन में कई तरह की सब्जियां लगानी चाहिए। जिससे किसी की कीमत अच्छी न मिले तो दूसरी सब्जी से कमाई हो जाये।

बंजर जमीन को उपजाऊ बनाया

कई किसान ऐसे हैं जिनकी जमीन कम उपजाऊ होती है तो वह खेती करना छोड़ देते हैं लेकिन आपको बता दें कि कई किसान ऐसे भी हैं जो बंजर जमीन को उपजाऊ बनाते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी जमीन ऐसी थी कि उन्हें बैंक से लोन भी नहीं मिला, बैंक वालों ने जमीन बंजर होने की वजह से पैसे नहीं दिए जिसके बाद उन्होंने लोन लिया और फिर दूसरी जगह से मिट्टी लाकर जमीन में जैविक खाद डाली और मिट्टी को उपजाऊ बनाकर सब्जियों की खेती शुरू की।

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वैज्ञानिक विधि से खेती होगी आसान

उन्होंने बताया कि किसान खेती की मेहनत को कम कर सकते हैं, जिसके लिए उन्होंने वैज्ञानिक विधि का इस्तेमाल किया है। उन्होंने ड्रिप सिंचाई प्रणाली की मदद से खेती करने की सलाह दी है। वे बताते हैं कि कई तरह के कृषि उपकरण हैं जिनकी मदद से बिना मजदूरों के खेती का काम किया जा सकता है। उन्होंने केसीसी लोन लिया जिससे उन्हें 99 हजार रुपए मिले।

इसके बाद उन्होंने सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ लिया। इसके बाद कीमत में 50 हजार की कमी आई और उन्होंने कृषि उपकरण खरीदकर खेती शुरू कर दी। साथ ही सिंचाई के लिए ड्रिप सिस्टम अपनाया जा सकता है, जिससे 50 फीसदी तक पानी की बचत होती है और सिंचाई की मेहनत भी नहीं होती। फसल की जरूरत के हिसाब से पानी मिल जाता है।

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