मध्य प्रदेश के किसानों ने घरेलू कीटनाशक बनाया है, जिससे बाजार के महंगे रासायनिक कीटनाशकों पर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती।
मध्य प्रदेश के किसानों की जुगाड़ू खेती
खेती में किसान कई तरह के जुगाड़ अपनाकर पैसे और मेहनत दोनों बचा लेते हैं तथा एक अच्छी फसल भी प्राप्त कर पाते हैं। मध्य प्रदेश के सतना जिले में इस समय घरेलू कीटनाशक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे महंगे रासायनिक कीटनाशक खरीदने की जरूरत नहीं होती।
रासायनिक कीटनाशक का फसल पर बुरा असर पड़ता है, जिससे किसानों को आगे चलकर नुकसान उठाना पड़ता है। इसके अलावा, यह फसल सेहत के लिए भी नुकसानदायक हो जाती है। ऐसे में यह घरेलू कीटनाशक किसानों के लिए बेहतर विकल्प साबित हो रहा है।
घरेलू कीटनाशक कैसे बनाएं?
घरेलू कीटनाशक बनाने के लिए सिर्फ दो चीजों की जरूरत होती है।
- गाय का माठा / छांछ
- पिसी हुई लाल मिर्च
जिसमें एक लीटर छांछ में 50 ग्राम लाल मिर्ची मिलाना है। इन्हें एक मिट्टी के घड़े में डालकर भर दीजिए। इसके बाद घड़े को अच्छे से ढककर जमीन के अंदर एक सप्ताह के लिए रखे। एक हफ्ते बाद घड़ा निकालकर उसमें 5 गुना पानी मिलाएं और मिश्रण को छान लीजिए। बस, आपका घरेलू कीटनाशक तैयार है।
इस्तेमाल का तरीका जानिए
इसे उपयोग में लाना आसान है। जिसमें बताया जाता है कि इस घरेलू कीटनाशक का इस्तेमाल करने के लिए 1 लीटर तैयार घोल को 15 लीटर पानी में मिलाएं। इसके बाद इसे फसल पर छिड़क दीजिए। शुरुआत में इसे एक या दो पौधों पर छिड़ककर देख सकते हैं। किसी भी कीटनाशक को हमेशा शाम के समय खेतों में छिड़कना चाहिए। इससे फसल में कीड़े नहीं लगेंगे और रोग-बीमारियाँ भी कम दिखेंगी।
इस घरेलू कीटनाशक की सबसे खास बात यह है कि इसमें बहुत ज्यादा खर्च नहीं आता। ज्यादातर किसान के घर में गाय होती है, और गाँव में गाय का छांछ मुफ्त में मिल जाता है। ऐसे में सिर्फ लाल मिर्च का खर्चा आता है और फसल पूरी तरह सुरक्षित व अच्छी हो जाती है।