MP के किसानों को अब उनके खेत की ज़रूरत के अनुसार खाद दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें इस सीएम हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करना है। 24 घंटे के भीतर उन्हें खाद मिलेगी। चलिए, आपको बताते हैं पूरी योजना।
MP के किसानों को टोकन के माध्यम से मिल रही खाद
एमपी के कई जिलों के किसानों को टोकन के माध्यम से खाद दिया जा रहा है, जिससे खाद की समस्या से किसानों को जूझना नहीं पड़ रहा है। उन्हें खाद के लिए लंबी लाइन लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ रही है। इसके लिए उन्हें सीएम हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, जहाँ पर वे फोन करके खाद के लिए टोकन बनवा सकते हैं।
इसमें उन्हें विभाग का नाम, विपणन संघ, समग्र आईडी, भूमि की पावती क्रमांक, रकवा, मोबाइल नंबर, तहसील का नाम, ग्राम का नाम और नगद खाद विक्रय केंद्र का नाम आदि बताना पड़ता है। फिर उन्हें उनके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर टोकन मिल जाता है। इसमें यह भी होता है कि आपको कितनी खाद की ज़रूरत है, क्योंकि किसान जब अपनी जानकारी देते हैं तो वह बताते हैं कि उन्होंने कितनी ज़मीन में कौन सी फसल लगाई है। तो उसी हिसाब से उन्हें खाद की मात्रा बताई जाती है।

जिला विपणन अधिकारी ने बताई जानकारी
कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश के तीन जिले जबलपुर, विदिशा और रायसेन में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत बारकोड के द्वारा, स्कैन के माध्यम से किसान फसल के अनुसार खाद प्राप्त कर पा रहे थे। इसमें उन्हें टोकन दिया जाता था और वह अपनी मनचाही दुकान से खाद प्राप्त कर पाते थे।
अब यह खबर आ रही है कि मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के विपणन अधिकारी बताते हैं कि जिले में कृषि किसानों को इस रबी सीजन में खाद ज़रूरत के अनुसार मिले, इसलिए जिले में 15 नगद खाद विक्रय केंद्र बनाए जा रहे हैं।
यहाँ पर किसानों को सीएम हेल्पलाइन कॉल सेंटर के द्वारा खाद का टोकन मिलता है। अगर सीएम हेल्पलाइन नंबर की बात करें तो वह 07422-181 है, जिस पर किसानों को फोन करना होता है। उनके द्वारा मांगी गई सभी जानकारी जिसके बारें में हमने आपको शुरुआत में ही बताया है, वह देनी होती है। इसके बाद मोबाइल पर टोकन नंबर भेजा जाता है।
24 घंटे के भीतर किसानों को मिलती है खाद
जैसे ही किसानों को टोकन मिलता है, आपको बता दें कि कृषक टोकन मिलने के बाद 24 घंटे के भीतर नगद खाद विक्रय केंद्र पर जाकर किसान भाई खाद ले सकते हैं।
मान लीजिए कि आज आपने कृषक टोकन प्राप्त किया, लेकिन दूसरे दिन छुट्टी पड़ रही है, तो आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। जिस दिन छुट्टी खत्म होगी, उसी दिन आपको खाद मिल जाएगी। छुट्टी का दिन उन 24 घंटों में नहीं गिना जाएगा। आप कार्य दिवस में खाद ले सकते हैं।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद












