किसान कोई ऐसा पेड़ लगाना चाहते हैं जो कम समय में तैयार होकर उन्हें अच्छा-खासा मुनाफा दे, तो चलिए बताते हैं कि एक एकड़ में खेती करके कैसे लखपति बना जा सकता है।
इस फल की खेती में किसानों को होता है फायदा
दरअसल, यहां पर जिस फल की खेती की बात हो रही है, वह है अमरूद। ख़ास किस्म अमरूद की खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रही है, क्योंकि इसकी खेती देश के कई राज्यों में आसानी से की जा सकती है। इसे बहुत ज़्यादा रखरखाव की ज़रूरत नहीं होती।
यहां आपको अमरूद की एक ऐसी वैरायटी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे सोने का अंडा देने वाला पेड़ कहा जा सकता है। क्योंकि यह साल में दो बार फल देता है और एक साल में ही बहुत अच्छे से तैयार हो जाता है। फिर उत्पादन भी बहुत अधिक मात्रा में होता है। यानी पेड़ लगाने के बाद आपको बस 10–12 महीने इंतज़ार करना होगा। इस दौरान पौधे की देखरेख करनी है, पिंचिंग करते रहा है, ताकि वह मज़बूत और फलदार बन सके।
इस पेड़ की खास बात यह है कि यह बहुत ज़्यादा लंबा नहीं होता। एक इंसान खड़े-खड़े ही आसानी से इसके फल तोड़ सकता है, वह भी साल में दो बार। तो चलिए, अब इसकी खासियतों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

वैरायटी का नाम और खासियत
यहां जिस वैरायटी की बात हो रही है, वह है ताइवान पिंक अमरूद। यह अमरूद अंदर से गुलाबी रंग का होता है। इसके दाने यानी बीज बहुत मुलायम होते हैं, और स्वाद में यह बेहद मीठा होता है। इसमें विटामिन A, विटामिन C और अन्य जरूरी मिनरल्स पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
यह वैरायटी साल में दो बार फल देती है, और कभी-कभी तीन बार भी फल आ जाते हैं। गर्मी और ठंड, दोनों मौसमों में इसमें खूब सारे फल लगते हैं। जब पौधा लगाया जाता है, तभी से इसमें फल आना शुरू हो जाते हैं, लेकिन शुरुआत में फल तोड़ने से बचना चाहिए। यदि थोड़ी देर इंतजार करें, तो उत्पादन अधिक मिलेगा और पेड़ भी मज़बूत होगा।
इस ताइवान पिंक वैरायटी के अमरूद के पेड़ में साल में हर तीन महीने के अंतराल में फूल आ सकते हैं। यह पेड़ लगभग 6 से 7 फीट ऊँचे होते हैं, यानी एक व्यक्ति आसानी से खड़े होकर इनके फल तोड़ सकता है। फल तोड़ने में ज्यादा मेहनत नहीं लगती।
1 एकड़ से मिलने वाला उत्पादन और आमदनी
अगर एक एकड़ ज़मीन में ताइवान पिंक वैरायटी के अमरूद की खेती करते हैं, तो आपको अच्छा खासा मुनाफा हो सकता है। एक पेड़ से 40 से 50 किलो तक उत्पादन मिल सकता है। इस हिसाब से, यदि एक एकड़ में लगभग 200 पौधे लगाए जाएं, तो हर साल लगभग 7500 किलो तक उत्पादन मिल सकता है।
अब अगर बाजार में भाव अच्छे मिल जाएं, जो कि ₹134 से लेकर ₹280 प्रति किलो या उससे भी अधिक तक हो सकते हैं तो आमदनी इस हिसाब से देखा जाए, तो कुछ किसान 7 लाख रुपए तक की सालाना कर रहे हैं। हाँ, अगर क्षेत्र में फल के दाम कम मिलते हैं, तब भी यह खेती एक फायदेमंद विकल्प बनी रहती है। ₹2,00,000 से भी ज्यादा हो सकती है। न्यूनतम अनुमान के अनुसार, ₹1,50,000 तक की शुद्ध कमाई (खर्च निकालने के बाद) आराम से की जा सकती है।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद












