यूरिया खाद का पैसा बचाने वाली फसल के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिनमें से सरकार किसानों को मुफ्त में दे रही है बीज, जिससे खेत की मिट्टी मुफ्त में उपजाऊ होगी-
सरकार किसानों को मुफ्त में दे रही है बीज
सरकार की ओर से किसानों की आर्थिक मदद के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिसमें आज हम बात कर रहे हैं कृषि विभाग की ओर से किसानों को मुफ्त में बीज दिए जाने की, जिसमें किसानों को कई तरह के फायदे होंगे जैसे यूरिया खाद का इस्तेमाल कम या लगभग न के बराबर करना पड़ेगा, जिससे पैसे बचेंगे। खेत की मिट्टी प्राकृतिक रूप से उपजाऊ होगी, रासायनिक खादों और कीटनाशकों से खराब हुई मिट्टी को फिर से सही किया जा सकेगा। मिट्टी की उर्वरता बढ़ेगी।
दरअसल खरीफ सीजन में किसानों को खेत उपजाऊ बनाने वाली फसल के बीज मुफ्त में दिए जा रहे हैं, तो चलिए आपको फसल के बारे में बताते हैं और यह भी जानते हैं कि यह कहां उपलब्ध है।

इस फसल से मिट्टी उपजाऊ बनती है
अगर खेत में ढैंचा की फसल लगाई जाए तो मिट्टी उपजाऊ बनती है, इसे दलहनी फसल कहा जाता है, जो मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने में मदद करती है. ढैंचा की फसल करीब 45 दिन में तैयार हो जाती है, जिसके बाद खेत में रोटावेटर चलाकर खड़ी फसल को मिट्टी में मिला दिया जाता है और इससे मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा बढ़ जाती है. यह एक हरी खाद है. इसके बाद किसान खेत में जो भी फसल लगाएंगे, उससे अच्छा उत्पादन मिलेगा, जमीन लंबे समय तक उपजाऊ रहेगी, खाद का इस्तेमाल कम करना पड़ेगा और यह एक जैविक तरीका है, यह सबसे अच्छी बात है।
कहां मिलेगा मुफ्त में बीज?
कृषि विभाग किसानों को हरी खाद वाली फसल लगाने के लिए प्रेरित कर रहा है, जिसमें किसानों को इस फसल के लिए आकर्षित करने के लिए मुफ्त में बीज दिए जा रहे हैं, ताकि उनका प्रोत्साहन बढ़े. दरअसल, कृषि विभाग की ओर से किसानों को यह बीज दिया जाएगा, जिसमें राज्य किसान पोर्टल पर जन आधार से किसानों द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाता है और ऑनलाइन आवेदन किया जाता है. इस योजना का लाभ उन किसानों को मिलता है जिनके पास कम से कम 0.5 हेक्टेयर जमीन है, अगर उनके पास इससे ज्यादा भी है तो वे इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
लेकिन खेती योग्य जमीन उनके नाम पर होनी चाहिए तभी उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा। कृषि विभाग की तरफ से किसानों को बीज के मिनी किट दिए जाते हैं, इस तरह किसानों को महंगे खाद से मुक्ति मिलेगी और मुफ्त में खेत की मिट्टी में खाद डालने का मौका मिलेगा।
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