नींबू के पौधे में फलों का साइज और उत्पादन को डबल करने के लिए पौधे को ऑर्गेनिक खाद देना आवश्यक होता है। तो आइये जानते है पौधे को क्या-क्या कितना देना चाहिए।
नींबू के पौधे में लगेंगे गुच्छों में रसदार नींबू
नींबू का पौधा किचन गार्डन की शान होता है इसके पुराने से पुराने पौधे में फलों की100 %उपज बढ़ाने की गारंटी के लिए ये ऑर्गेनिक उर्वरक बहुत लाभकारी और प्रभावीशाली साबित होते है ये नींबू के पौधे को भरपूर मात्रा में मिनरल्स और नुट्रिशन देते है जिससे पौधे में फल गुच्छे में रसदार लगते है। ये ऑर्गेनिक उर्वरक आपको बाजार में खाद की दुकान में आसानी से मिल जायेंगे। ये पौधे की वृद्धि और उपज में सुधार करते है। तो आइये इनके बारे में अच्छे से जानते है।
नींबू के पौधे में डालें ये ऑर्गेनिक उर्वरक
नींबू के पौधे में डालने के लिए गोबर की खाद, नीम खली, सीवीड, ऑर्गेनिक बायो जाइम, और गेरू के बारे में बता रहे है ये सभी चीजें नींबू के पौधे के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। गेरू आपको पंसारी की दुकान में आसानी से मिल जायेगा। गोबर की खाद और नीम खली मिट्टी को अधिक उपजाऊ और उच्च गुणवत्ता वाली बनाती है नीम खली से पौधे में कीड़े, रोग और दीमक का प्रकोप नहीं पड़ता है। सीवीड एक ऑर्गेनिक उत्कृष्ट खाद है जो नींबू के पौधे को भरपूर पोषण देती है। इसमें मौजूद हार्मोन और पोषक तत्व पौधे की वृद्धि को तेज करते है ऑर्गेनिक बायो जाइम पौधे में फल और फूल की पैदावार को बढ़ाता है साथ ही जड़ों को मजबूत करता है। बायो जाइम में पोषक तत्वों का उच्च स्रोत होता है। गेरू मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है इसको पौधे में डालने फल अधिक लगते है क्योकि गेरू में पाए जाने वाले पोषक तत्व नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम होते है जो फलने-फूलने में मदद करते है

कैसे करें उपयोग
अगर आपका नींबू का पौधा बड़ा है और जमीन में लगा है तो उसके पौधे की मिट्टी को चारों तरफ से खोदकर थोड़ा बाहर निकाल लेना है इसके बाद मिट्टी में करीब 1.5 से 2 किलो गोबर की खाद, एक कटोरी नीम खली, एक कटोरी सीवी, एक कटोरी ऑर्गेनिक बायो जाइम को डालना है अगर आपके पास बायो जाइम नहीं है तो आप वर्मीकम्पोस्ट भी डाल सकते है। इसके बाद सभी खाद को मिट्टी में अच्छे से मिला देना है फिर 2 लीटर पानी में एक चम्मच ह्यूमिक एसिड, 2 चम्मच चूने और 1 से 2 चम्मच गेरू को डालना है और इस उर्वरक में 2 लीटर पानी ओर मिलाकर नींबू के पौधे की मिट्टी में डालना है। जब मिट्टी ये लिक्विड फ़र्टिलाइज़र को धीरे धीरे सोक ले तो फिर आप जो मिट्टी पौधे से निकाली थी उसे दोबारा पौधे में डाल देना है ऐसा करने से पौधे को भरपूर पोषण प्राप्त होगा जिससे पौधे में नींबू बहुत ज्यादा मात्रा में आएंगे।