आठवीं पास देवेंद्र ने कर दिखाया कमाल, दूध, घी से लेकर गोबर तक बेचकर कमा रहा 50 लाख रुपए सालाना। आइए इस किसान के बारे में जानते है।
किसान देवेंद्र परमार
मध्य प्रदेश के एक किसान ने खेती में एक नई तकनीकी का इस्तेमाल करके और दूध घी और खाद बेचकर सालाना लगभग 50 लाख रुपए की कमाई कर रहा है। हम बात कर रहे हैं शुजालपुर के किसान देवेंद्र की कर रहे हैं। किसान देवेंद्र परमार केवल आठवीं तक पढ़े हुए हैं। यह किसान अपनी 10 बीघा जमीन पर लगभग 10 सालों से जैविक खेती कर रहे हैं। इतना ही नहीं वह 68 दुधारू पशुओं का अपनी डेरी में पालन कर रहे हैं।
कई मशीनों से होता है ऑटोमैटिक काम
गोबर उठाने दूध निकालना, चारा स्टोरेज करने से लेकर दूध देसी घी की पैकिंग और मार्केटिंग सब जुगाड़ू मशीनों से करते हैं। इतना ही नहीं इन मशीनों को चलाने के लिए इनको किसी भी प्रकार का कोई खर्चा नहीं आता है। दूध को प्रशिकृत करने के लिए इन्होंने वायलर लगाया हुआ है।
जिसमें गैस का इस्तेमाल किया जाता है इसके अलावा बाकी की मशीन जो मिलती है जिसका नाम पीएचसी है। इतना ही नहीं ठंडा करने के लिए इन्होंने कूलिंग प्लांट तक लगा रखा है।
10 बीघा जमींन में जानवरो के लिए चारा
इन्होंने अपने खेत में बायोगैस संयंत्र तक लगा रखा है। ट्रैक्टर, बाइक, सप्लाई वैन खुद की बनाई हुई गैस से चलाते हैं। बिजली भी गोबर गैस से बनाई जा रही है। यह लगभग 10 बीघा जमीन पर केंचुआ खाद तैयार करते हैं। लेकिन इसका तरीका कुछ अलग है।
देवेंद्र अपनी पूरी 10 बीघा जमीन पर केवल अपने जानवरों के लिए चार उगाते हैं। देवेंद्र ने यहां काम करने के लिए लगभग 20 कर्मचारियों को रखा हुआ है। देशभर से किसान देवेंद्र से इसकी तकनीकी सीखने आते हैं। 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस पर भारत सरकार ने देवेंद्र को राष्ट्रीय गोपाल रत्न से सम्मानित किया है।
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