तरबूज की अगेती खेती सही समय पर करके किसान रिकॉर्ड तोड़ मंडी भाव ले सकते हैं, जानिए बढ़िया वैरायटी और खेती का सही तरीका

On: Tuesday, November 4, 2025 3:00 PM
सर्दियों में तरबूज की अगेती खेती

सर्दियों में तरबूज की अगेती खेती से किसान मंडियों में अपना जलवा बना सकते हैं, सबसे ज्यादा भाव प्राप्त करके। तो चलिए, आपको बताते हैं कैसे करना है।

सर्दियों में तरबूज की अगेती खेती

कई किसानों को लगता होगा कि तरबूज की डिमांड तो गर्मियों में रहती है, तो सर्दियों में तरबूज की खेती क्यों करें, तो आपको बता दें कि 15 नवंबर के बाद से तरबूज की अगेती खेती की जा सकती है। यह इसका सही समय होता है। मार्च तक फसल मंडी में पहुंच जाएगी और उस समय ग्राहक तरबूज देखते ही खरीद लेते हैं। अगर आपके द्वारा उगाया गया तरबूज स्वाद में अच्छा हुआ, तो मंडी में फटाफट बिक जाता है और कीमत भी ₹15-₹20 प्रति किलो तक मिल जाती है।

सर्दियों में तरबूज की खेती बस सही तरीके से करनी होती है सही वैरायटी का चयन करना ज़रूरी है। इसके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं, जिससे तरबूज का वजन ज्यादा होगा और स्वाद भी बढ़िया मिलेगा।

तरबूज की अगेती खेती का समय

अगर किसान तरबूज की अगेती खेती करना चाहते हैं, तो 15 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक बुवाई करके ज्यादा भाव ले सकते हैं। हालांकि अगर कोई किसान 10 जनवरी तक भी तरबूज की खेती करता है, तो उसे भी मुनाफा हो सकता है, क्योंकि पूरी गर्मी के मौसम में तरबूज की मांग बनी रहती है।

सर्दियों में तरबूज की खेती करने के फायदे

सर्दियों में तरबूज की खेती करने के कई फायदे हैं। इस समय लगाया गया तरबूज अच्छा उत्पादन देता है, फसल की गुणवत्ता बढ़िया रहती है, रोग और बीमारियाँ कम लगती हैं जिससे खर्च घट जाता है। साथ ही किसान गर्मी की शुरुआत में ही तरबूज लेकर मंडी में पहुंच सकते हैं।

सर्दियों में तरबूज की खेती कैसे करें

सर्दियों में तरबूज या कोई दूसरी फसल लगाते समय क्रॉप कवर, लो टर्नल का इस्तेमाल ज़रूर करें। इससे तापमान नियंत्रित रहता है। जब तापमान बहुत ज्यादा घट जाता है, तो उस समय पौधों की वृद्धि धीमी हो जाती है, लेकिन जैसे ही तापमान बढ़ने लगता है, पौधे का विकास भी तेज़ी से होने लगता है। सर्दियों में तरबूज की खेती करते समय आपको डीएपी, एमओपी, यूरिया और फंगीसाइड के साथ-साथ सल्फर का भी इस्तेमाल करना चाहिए। सल्फर से फसल को रोगों से बचाव मिलता है।

सर्दियों में तरबूज की खेती के लिए वैरायटी

तरबूज की वैरायटी की बात करें, तो क्लॉज की जंबो रेड वैरायटी लगा सकते हैं। इसका वजन लगभग 5 से 7 किलो तक होता है। इसके अलावा धनिया की मधुरस, सेमिनिस का माधव, और सिंजेंटा की रेड चीप बहुत ही अच्छी वैरायटी हैं। साथ ही साकाता की साटो भी एक बढ़िया वैरायटी है।

तरबूज की बुवाई की दूरी

तरबूज की बुवाई खेत की तैयारी के बाद करनी चाहिए। मिट्टी को बिल्कुल भुरभुरा बना लें। उसके बाद 6 फीट की दूरी पर बेड बनाएं और 1 फीट की दूरी पर बीजों की बुवाई करें। इससे फसल का विकास अच्छा होगा और पैदावार भी बढ़िया मिलेगी।

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