ड्रोन से अगर खाद और दवा का छिड़काव करते हैं तो किसानों को लागत कम आती है साथ ही काम भी सही तरीके से, सही समय पर होता है, इसीलिए सरकार उनकी आर्थिक मदद कर रही है, चलिए आपको बताते हैं कैसे-
ड्रोन की खरीदी और इस्तेमाल पर सब्सिडी
खेती किसानी में अब ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक बढ़िया कृषि यंत्र है, जिसे एग्री ड्रोन कहा जाता है, ड्रोन की मदद से किसान खेत का निरीक्षण एक जगह पर खड़े होकर कर सकते हैं। साथ ही खाद और दवा का भी छिड़काव कर सकते हैं। ड्रोन की मदद से किसान मजदूरों के बिना भी खेती के ये काम पूरे कर सकते हैं। इससे कम पानी में दवा का छिड़काव हो जाता है। साथ ही जल्दी काम हो जाता है। सही समय पर पता चल जाता है की फसल में कौन सी समस्याएं आ रही है। क्योंकि समय-समय पर खेत का निरीक्षण करते रहते हैं।
सरकार भी इसीलिए किसानों को ड्रोन के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित कर रही है। लेकिन सभी किसान ड्रोन नहीं खरीद सकते हैं। तो इसलिए सरकार ड्रोन खरीदने और उसके इस्तेमाल के लिए सब्सिडी दे रही है।
50 से 60% की सब्सिडी
बिहार सरकार द्वारा किसानों को ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए और ड्रोन की खरीदी के लिए सब्सिडी दी जा रही है। जिसमें अगर किसान निर्धारित छिड़काव करते हैं तो उन्हें छिड़काव शुल्क का 50% यानी की 240 रुपए तक अनुदान मिल जाएगा। वहीं अगर ड्रोन की खरीदी करते हैं तो 60% तक यानी की 3.65 लाख रुपए दिए जाएंगे। ड्रोन की क्रीम कीमत 10 लाख तक पड़ती है। लेकिन 60% अनुदान के बाद यह कीमत काफी कम हो जाएगी। जिसके लिए 10,000 से अधिक किसानों ने पंजीयन कर लिया है और कृषि विभाग लगातार किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित भी कर रही है। चलिए जानते हैं आवेदन कहां से कैसे कर सकते हैं।
आवेदन की प्रक्रिया
बिहार के किसान अगर ड्रोन छिड़काव शुल्क के लिए या ड्रोन की खरीदी करने के लिए सब्सिडी लेना चाहते हैं तो इस डीबीटी पोर्टल से आवेदन कर सकते हैं। यह बिहार राज्य सरकार का https://dbtagriculture.bihar.gov.in/ डीबीटी पोर्टल है, रबी फसलों की खेती करने वाले किसान इससे लगातार जुड़ रहे हैं क्योंकि इससे किसानों को कई फायदे हैं।