खेती में अब ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए सरकार उन्हें आर्थिक मदद दे रही है। जिसमें 101 अनुमंडल को कृषि ड्रोन के लिए करीब 60% की सब्सिडी जा रही है-
कृषि ड्रोन के फायदे
कृषि ड्रोन का इस्तेमाल करके किसान खेती के काम को आसान कर सकते हैं। इतना ही नहीं खेती के काम को सही तरीके से करके अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही साथ खेती की लागत को भी कम कर सकते हैं। इसीलिए सरकार भी कृषि ड्रोन का इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहन राशि दे रही है। केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार भी कृषि ड्रोन को लेकर विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है। कृषि ड्रोन का इस्तेमाल करके किसान समय पर अपने खेत में खाद और कीटनाशक दवाइयां छिड़क सकते हैं। पूरे खेत का निरीक्षण एक जगह खड़े होकर कर सकते हैं। किसी भी रोग बीमारी का पता समय पर लगा सकते हैं।
खेती में ड्रोन का इस्तेमाल करके कम पानी में तरल खाद का छिड़काव किया जा सकता है। यानी की पानी की बचत भी होगी और मजदूरों की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिससे लागत भी कम हो जाएगी। यही सब लाभ देखते हुए बिहार राज्य सरकार की तरफ से ड्रोन खरीदने पर 60% की सब्सिडी जा रही है और ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए 50% की सब्सिडी जा रही है। चलिए जानते हैं इस पर मिलने वाली राशि के बारे में।
ड्रोन खरीदने और इस्तेमाल करने पर अनुदान
बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडे, मंगलवार को कृषि भवन परिसर में शामिल हुए और वहां पर ड्रोन का उद्घाटन भी किया। दरअसल यहां पर ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर प्रदर्शनी रखी गई थी। जिसका उद्घाटन कृषि मंत्री ने स्वयं किया और राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के द्वारा मिलने वाले लाभ के बारे में बताया। जिसमें पता चला कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के द्वारा किसानों को 101 अनुमंडल में कृषि ड्रोन किराए पर लगभग 60% तक सब्सिडी जाएगी। यानी की 3.65 लाख रुपए का अनुदान किसानों को कृषि ड्रोन पर मिल रहा है। वहीं अगर छिड़काव किसान करते हैं तो 50% उसके इस्तेमाल पर आर्थिक सहायता मिलेगी। यानी की 240 रुपए एक एकड़ के अनुसार किसानों को दिया जाएगा।
नमो ड्रोन दीदी योजना
केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए नमो ड्रोन दीदी योजना चल रही है। इस योजना के अंतर्गत जीविका के महिला समूह को 201 ड्रोन दिए गए हैं। इस तरह महिला स्वयं सहायता समूह के लिए नमो ड्रोन दीदी योजना बहुत लाभकारी साबित हुई है, जिसके लिए सरकार ने 1261 करोड रुपए की मंजूरी दे दी है। इस तरह आप देख सकते हैं खेती में महिलाओं का योगदान भी बढ़ रहा है। इससे रोजगार भी लोगों को मिल रहा है।