अरे भाई लाल नहीं ये है पीला तरबूज, दे रहा दो-गुना मुनाफा, जानिये आप भी कैसे हो सकते है मालामाल । जिससे बुजुर्ग किसान ले रहे फायदा।
पीला तरबूज
पारंपरिक खेती के बजाय अब कई किसान बागवानी की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। जिनके लिए आज हम पीले रंग की तरबूज की खेती के बारे में जानकारी लेकर आए हैं। तो बता दे की सहारनपुर के एक किसान आदित्य त्यागी जी ने पीले तरबूज की खेती की है, और इससे उन्हें लाखों में कमाई हो रही है।
उन्होंने पीले तरबूज की खेती जैविक रूप से की है। यानी कि इससे सेहत को कोई नुकसान भी नहीं होगा। वही उन्हें पीले तरबूज की खेती से फायदा भी हो रहा है। इसीलिए आज हम जानेंगे कि लाल और पीले तरबूज में अंतर क्या है। पीले तरबूज के सेहत को क्या फायदे हैं और इसकी खेती आप बिना केमिकल वाली खाद के कैसे कर सकते हैं।
पीले तरबूज के सेहत को फायदे
पीले रंग के तरबूज से सेहत को होने वाले फायदे की बात करें तो यह सिर्फ खाने में ही स्वादिष्ट नहीं है बल्कि सेहत को भी फायदा पहुंचता है। क्योंकि इसमें कई ऐसे औषधि गुण मौजूद है। जिसमें मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे कि इस पीले रंग के तरबूज में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी, के साथ-साथ फास्फोरस, कैरोटीन, आयरन, मैग्नीशियम आदि की तरह पोषक तत्व पाए जाते हैं।
वहीं इस समय गर्मी के मौसम में इसे खाने से बॉडी हाइड्रेट रहेगी। शरीर में ऊर्जा भरेगी। फिर आजकल ज्यादातर लोग जो वजन कम करने को लेकर चिंतित रहते हैं उन्हें इसके सेवन से कोई नुकसान नहीं होगा। क्योंकि इसमें कम कैलोरी रहती है। इसके अलावा यह मेटाबॉलिज्म भी सही रखता है। चलिए अब जान लेते हैं अगर किसान इसकी खेती करना चाहते हैं तो किस तरीके से करें जिससे उन्हें ज्यादा फायदा हो।
लाल से ज्यादा पीले तरबूज में है फायदा
अपने लाल तरबूज देखा होगा। लेकिन यह पीला तरबूज है। जिसकी खेती करने के लिए किसान ने जर्मनी से बीज मंगाए थे और उन्हें इस तरबूज की खेती में लाल तरबूज से ज्यादा फायदा हो रहा है। क्योंकि इसमें उन्हें दोगुना कीमत मिल रही है। जी हां आपको बता दे की लाल तरबूज जो की 20 से ₹25 में जाता है वही पीला तरबूज 40 से ₹50 प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। यहां पर उन्हें अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है। जबकि खेती किसानी में उन्हें उतना ही खर्च आ रहा होगा।
इसके अलावा पीला तरबूज खाने में भी मीठा है और इसका भंडारण करना भी आसान है। क्योंकि इसकी स्टोरेज कैपेसिटी ज्यादा है। इसके अलावा पीले तरबूज की डिमांड भी बाजार में बढ़ती जा रही है। क्योंकि लाल तरबूज तो लोग बरसों से खा रहा है। लेकिन पीले तरबूज को देखकर वह उसकी तरफ आकर्षित होते हैं। जिसमें कई लोग तो बस टेस्ट करने के लिए ही खरीद लेते हैं।
बिना केमिकल वाली खेती का कमाल
आजकल ऑर्गेनिक तकनीक से की जाने वाली खेती का चलन बढ़ता ही जा रहा है। क्योंकि लोग स्वास्थ्य के प्रति चिंतित हो रहे हैं। इसीलिए ज्यादातर लोग केमिकल वाले खाद्य पदार्थों से दूरी बना रहे हैं। इसीलिए अगर आप ऑर्गेनिक तरीके से पीले तरबूज की खेती करते हैं तो इसमें और ज्यादा मुनाफा होगा। ऐसे ही इन्होने भी ऑर्गेनिक तरीके से खेती की है। जिसमें उन्होंने केमिकल का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं किया है। जिससे यह सेहत के लिए यह बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है, और बाजार में इसकी बढ़िया कीमत भी इसी कारण से मिल रही है।