सिंचाई के दौरान करे यह जुगाड़ और पाए गेहूं के हर पौधे पर सैकड़ों बालियां, होगा रिकॉर्डतोड़ उत्पादन

सिंचाई के दौरान करे यह जुगाड़ और पाए गेहूं के हर पौधे पर सैकड़ों बालियां। आज के समय में भारत ने तरक्की का आसमान छू लिया है, लेकिन आज भी किसानों को खेती करके ही अच्छा लगता है। किसान आज भी खेती करके ही अपनी जीविका चलाते हैं। फिलहाल गेहूं की फसल की बुवाई हर तरफ की जा चुकी है। लेकिन ऐसे में हम आपको कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं जिसके जरिए आप अच्छे से अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकेंगे। गेहूं की सिंचाई के दौरान आपको कुछ बातों पर खास ध्यान रखना होता है जो कि आपको अच्छा उत्पादन देगा।

गेहूं की फसल में फास्फोरस का छिड़काव और इसका महत्व

गेहूं की बुवाई फिलहाल तो हर तरफ की जा चुकी है तो कई जगहों पर अभी चल रही है। गेहूं की बुवाई करते हैं तब आपको सबसे पहले फास्फोरस की आवश्यकता पड़ती है। अगर सही मात्रा में फास्फोरस का इस्तेमाल किया जाए तो गेहूं की फसल अच्छे से ग्रोथ करती है और पौधा स्ट्रांग बनाता है। गेहूं की बुवाई के समय आप फास्फोरस का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन आपको इसको पर्याप्त मात्रा में ही डालना होगा।

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गेहूं की पहली सिंचाई करते समय इस बात का खास ध्यान रखें की डीएपी उर्वरक का जरूर इस्तेमाल करें। गेहूं की फसल के लिए उर्वरक बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। जब तक गेहूं की फसल में जड़ों तक फास्फोरस नहीं पहुंचता है तब तक फसल अच्छी नहीं होती है साथ ही आपको फसल में पहली सिंचाई करते हैं तो लगभग 25 से 35 किलो डीएपी प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करना होगा। इससे फसल भी अच्छी होगी और उत्पादन भी अच्छा मिलेगा।

गेहूं में नाइट्रोजन और जिंक सल्फेट का महत्व

गेहूं की फसल एक ऐसी फसल है जिसमें किसान दिन-रात मेहनत करता है। अब ऐसे में गेहूं की फसल को सही तरह से पोषण मिलना बहुत जरूरी होता है। तो आपको बता दे कि गेहूं में नाइट्रोजन की भूमिका बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण मानी जाती है। नाइट्रोजन का इस्तेमाल गेहूं की फसल में पौधे को हरा बनाए रखने में बहुत ज्यादा मदद करता है।

इसकी पत्तियों को बढ़ाने में भी इसकी बहुत भागीदारी होती है। जब फसल 21 दिन की हो जाती है तब आपको इसमें यूरिया का इस्तेमाल करना चाहिए इससे पौधे मजबूत होंगे साथ ही जिंक सल्फेट का इस्तेमाल करेंगे तो इससे उत्पादन आपको भरपूर मिलेगा।

खरपतवार नियंत्रण जरूरी

गेहूं की फसल में सबसे मुख्य कार्य है कि आपको खरपतवार का नियंत्रण करना चाहिए। यह फसल को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता है। इसीलिए गेहूं की फसल में खरपतवार नियंत्रण बहुत जरूरी है। यह उत्पादन में कमी लाता है तो आपको इस बात का खास ध्यान रखना है कि गेहूं में खरपतवार और कीट के रोकथाम बहुत जरूरी होते हैं। इससे फसल में बहुत बुरा असर पड़ता है। इसलिए आपको इन बातों का खास ध्यान रखना है।

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नमस्ते, मैं चंचल सौंधिया। मैं 2 साल से खेती-किसानी के विषय में लिख रही हूं। मैं दुनिया भर की खेती से जुड़ी हर तरह की जानकारी आप तक पहुंचाने का काम करती हूं जिससे आपको कुछ लाभ अर्जित हो सके। खेती किसानी की खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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