मोगरा के पौधे से बम्पर फूल लेने के लिए इस लेख में चार उपाय बताए गए हैं जिससे मोगरे का पौधा हरा-भरा भी रहेगा-
मोगरे की पुरानी ब्रांच हटाए
सफेद रंग के खुशबूदार मोगरे के सुंदर फूल अगर आप भी चाहते हैं तो आपको मोगरे प्लांट में चार काम जरुर करना चाहिए। जिसमें सबसे पहला काम आपको बता दे की मोगरा प्लांट में जब फूल आए और फूल मुरझा जाए तो उस टहनी को ऊपर से काट देना है। इसके बाद उसमें नए फूल आएंगे। अगर आप पुरानी टहनी नहीं काटेंगे तो नई ब्रांच नहीं आएगी और ना ही फूल आएंगे। फूल आने के बाद पुरानी ब्रांच को ऊपर से थोड़ा सा काट देना है।
मोगरा में हर महीने डालें यह तरल खाद
मोगरा ज्यादातर गर्मियों में ही फूल देता है। गर्मियों में गर्म खाद देना अच्छा नहीं है। इसलिए आप तरल खाद दे। जिसमें गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट को पानी में मिलाकर पौधे में डालें। 5 लीटर पानी में आधा किलो खाद मिलाएं और कुछ घंटे के लिए रख दे फिर मिट्टी में डाल दे।

कचरे से करें कैल्शियम की कमी पूरी
मोगरे में सफेद फूल आते हैं सफेद फूलों को कैल्शियम की जरूरत होती है। जिसके लिए आप अंडे के छिलके का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपके घर पर अंडा नहीं बनता है तो फिर चूना या चॉक बहुत कम मात्रा में पानी में मिलाकर मिट्टी में डाल सकते हैं। अगर अंडा बनता है तो अंडे के छिलके को धोकर, सुखाकर, पीसकर दो चम्मच एक पौधे की मिट्टी में मिलाना है।
पोषक तत्व का खजाना यह आधा चम्मच चीज डालें
मोगरे के पौधे में संपूर्ण पोषण देने के लिए यहां पर आधा चम्मच चीज बताने जा रहे हैं। दरअसल, सोयाबीन दाल या सोया बड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं। दोनों में से कोई एक चीज दे सकते हैं। सोया बड़ी हैं तो सोया बड़ी को पानी में उबालिये और फिर उस पानी को ठंडा करके उसमें और पानी मिलाकर मिट्टी में डालिए। यहां पर आपको सोया बड़ी नहीं डालना है। उसका पानी डालना है।
अगर सोयाबीन दाल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसका पाउडर बना लीजिए और आधा चम्मच आधा लीटर पानी में रात भर भिगोकर रखिए। फिर दूसरे दिन एक दो लीटर पानी में मिलाकर मिट्टी में डालिए। इससे पौधे को कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, आयरन, प्रोटीन जैसे कई तरह के पोषक तत्व पौधे को मिलते हैं। बोनमिल के जगह पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस तरह यहां पर आपको चार चीज बताई गई है। इसके अलावा बता दे की साल में एक बार पौधे की मिट्टी को बदल दीजिये। मिट्टी जल निकासी वाली होनी चाहिए। पानी गमले में रुकना नहीं चाहिए। अगर फंगस की समस्या है तो नीम तेल और बेकिंग सोडा पानी में मिलाकर पौधे पर छिड़के।