मुर्गीपालन का ये तरीका चमका देगा किस्मत, बस गाँठ बाँध लें ये बात, तरक्की करने से कोई नहीं रोक पायेगा। चलिए जानिये मुर्गीपालन में कौन-सी बातों का ध्यान देना चाहिए।
मुर्गीपालन में कमाई
खेती किसानी करने वाले लोग पशुपालन करके भी अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग मुर्गी पालन को एक बिजनेस के तौर पर शुरू कर रहे हैं, और इससे अपनी जिंदगी बदल रहे हैं। जी हां आपको बता दे की मुर्गी पालन एक मुनाफे वाला व्यवसाय है। इसमें लागत से कई गुना ज्यादा कमाई होती है।
लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है। नहीं तो फायदा नहीं मिलता। इसलिए मुर्गी पालन का व्यवसाय शुरू करने से पहले या जो लोग कर रहे हैं उनको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। तभी उन्हें इस बिजनेस में सफलता मिलेगी। तो चलिए जानते हैं कि मुर्गी पालन में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, कैसे फायदा है, और कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए।
मुर्गियों की देखभाल
मुर्गी पालन एक ऐसा बिजनेस है। जिसे कम निवेश में भी शुरू कर सकते हैं। इसकी डिमांड भी साल भर बनी रहती है। इसीलिए मुर्गी पालन का बिजनेस आसानी से लोग करते हैं। लेकिन अगर मुर्गियां बीमार पड़ जाती है तो किसी तरह का फायदा नहीं मिलेगा। वहीं गर्मियों में मुर्गियों की बीमार होने की समस्या ज्यादा आती है। इसलिए गर्मियों में मुर्गियों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।
जिसके लिए आपको हवादार वाली जगह पर मुर्गियों को रखना चाहिए। साथ ही इस जगह पर छाया हो तो अच्छा रहता है। ताकि अंदर ठंडी हवा जाए, सीधे धूप वाली जगह पर मुर्गियां गर्मी के कारण भी खत्म हो जाती है। इसके अलावा मुर्गियों के ऊपर समय-समय पर पानी भी डालते रहना चाहिए। ताकि उनका शरीर ठंडा हो सके और गर्मी नियंत्रित की जा सके। साथ ही फर्म में पानी की व्यवस्था करनी चाहिए। जिसमें साफ सुथरा पानी समय-समय पर रखना चाहिए। ताकि उनका वजन बढ़े और जल्दी बीमार भी ना पड़े।
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इस मुर्गी में है तगड़ी कमाई
मुर्गी पालन में देसी मुर्गी में भी अच्छा खासा फायदा होता है। कई ऐसे देसी मुर्गा है जिनकी कीमत हजार रुपए तक होती है। वही देसी मुर्गी के अंडे भी फायदेमंद होते हैं। देसी मुर्गी के अंडे में प्रोटीन ज्यादा होता है, और उसकी कीमत भी अधिक होती है। देसी मुर्गी का अंडा दिल के मरीजों के लिए बहुत अच्छा रहता है। इसलिए यह लोग इस अंडे के ज्यादा डिमांड करते हैं। तो मुर्गी पालन करने वाले देसी मुर्गियां रखकर अंडे भी बेंच सकते हैं।
लेकिन मुर्गियों के खान-पान की भी व्यवस्था सही से करनी चाहिए। जो मौसम चल रहा हो उसके हिसाब से उन्हें चारा देना चाहिए। संतुलित आहार भी देना चाहिए। ताकि उनके खाने-पीने में कमी ना हो। नहीं तो बीमारी जल्दी बढ़ती है, और वजन भी घट जाता है।
मुर्गीपालन के लिए सरकार से मदद
मुर्गी पालन के लिए सरकार से भी मदद मिल रही है। केंद्र सरकार के साथ कई राज्य सरकारें भी सरकारी योजनाओं के तहत मुर्गी पालन के लिए सब्सिडी दे रही है। जिससे खर्चा भी कम आएगा। क्योंकि सरकार की मदद से आप मुर्गी पालन का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। जिसमें ज्यादा खर्चा मुर्गी के खाने-पीने में ही आता है। तो अगर मुर्गी की खाने की चीज थोक भाव में उठाते हैं तो इस खर्च को भी कम किया जा सकता है। वही गांव में तो इसकी भी व्यवस्था ज्यादा नहीं करनी पड़ती। मुर्गियों की खाने पीने की चीजे आसानी से सस्ते भाव में गांव में मिल जाती हैं।